वाशिंगटन: कोरोना वायरस के महामारी बनने और हजारों लोगों की जान जाने की घटना अब कई देशों और यूनाइटेड नेशंस के भी तनाव का कारण बन गया है. हाल ही में अमेरिका और जापान की तरफ से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) पर हमले के बाद अब एक और देश ने निशाना साधा किया है. WHO प्रमुख द्वारा ताइवान की सरकार पर उनके खिलाफ निजी हमले करने का इल्जाम लगाए जाने पर ताइवान ने WHO प्रमुख से गुरुवार को माफी की मांग की. ताइवान का आरोप है कि WHO ने कोरोना वायरस संक्रमण के चीन में बुरी तरह से फैलने के बाद भी इस महामारी घोषित करने में लेटलतीफी की है. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने गुरुवार को कहा कि, 'हमारे देश ने लोगों को WHO के खिलाफ निजी हमले करने या कोई नस्लीय भेदभावपूर्ण टिप्पणियां करने के लिए कभी प्रोत्साहित नहीं किया.' उन्होंने कहा कि, 'हमारी सरकार महानिदेशक टेड्रोस से ऐसे गैर जिम्मेदारानापूर्ण कृत्य को लेकर तुरंत स्पष्टीकरण और माफी की मांग करती है.' आपको बता दें कि WHO के महानिदेशक टेड्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस ने बुधवार को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एकजुटता की अपील की थी. प्रेस वार्ता के बाद टेड्रोस ने इस जन स्वास्थ्य संकट के शुरू होने से लेकर अब तक उन पर की जा रही नस्लवादी टिप्पणियों सहित प्रतिकूल टिप्पणियों किए जाने की बात कही थी. टेड्रोस ने डोनाल्ड ट्रम्प का नाम नहीं लिया था, किन्तु उन्होंने ताइवान में सरकार पर निशाना साधा था. इस देश में है दुनिया की सबसे बड़ी लाइब्रेरी, जहां रखी हैं करोड़ों किताबें कोरोना से जूझ रहे पाकिस्तान को लगा बड़ा झटका, IMF ने रोका बेल आउट पैकेज विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की नई तारीख का हुआ एलान