काबुल: अभी कुछ समय पहले ही अफगानिस्तान में तालिबान उग्रवादियों ने शांति स्थापना के लिए कार्य कर रहे 27 कार्यकर्ताओं का अपहरण हो गया है. जंहा घटना पश्चिमी फराह प्रांत के राजमार्ग की है. वहीं यह जानकारी प्रांतीय सरकार के अधिकारियों और शांति दूतों ने दी है. तालिबान ने फिलहाल इस पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है. वहीं जांचपड़ताल के बाद फराह के डिप्टी गवर्नर मसूद बख्तावर ने बताया है कि अफगान शांति कार्यकर्ता छह कारों में सवार होकर हेरात से फराह आ रहे थे. मंगलवार शाम राजमार्ग पर तालिबान ने उनके काफिले को रोका और उन्हें लेकर अज्ञात स्थान पर चले गए. वहीं शांति कार्यकर्ताओं के दल के सदस्य बिस्मिल्लाह वतनदोस्त ने बताया है कि अगवा किए गए पीपुल्स पीस मूवमेंट के कार्यकर्ताओं का मकसद फराह प्रांत के विभिन्न शहरों-कस्बों का दौरा कर वहां पर शांति स्थापित करने के लिए प्रयास करना था. आपकी जानकरी के लिए हम बता दें कि यहां पर कई संगठन आपस में लड़ रहे हैं जिससे बड़े पैमाने पर खूनखराबा हो रहा है. यह संगठन हेलमंद प्रांत के स्टेडियम में 2018 में हुई कार बम विस्फोट की घटना के बाद बनाया गया था. लेकिन घटना में खेल देखने गए 17 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा घायल हुए थे. देश में सरकार के खिलाफ लड़ रहे तालिबान उग्रवादियों का देश के बड़े भूभाग पर कब्जा है. 2001 में खत्म हुई उसकी सत्ता के बाद वह इस समय अफगानिस्तान में सबसे मजबूत स्थिति में है. रूस ने पुतिन के विरोधी को भेजा आर्कटिक, विपक्ष ने अपहरण का लगाया आरोप अफ्रीका के बुर्किना फिर आतंकी हमला, शिकार हुए 35 लोगों की मौत आलोचनाओं के चलते आज पाकिस्तान जा सकते है विदेशी मंत्री, करेंगे इमरान खान से मुलाकात