काबुल: एक तरफ भारत में मुस्लिम महिलाएं हिजाब पहनने को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं और इसे एक जरुरी इस्लामिक प्रथा बता रही हैं, वहीं इसी मुद्दे पर इस्लामी मुल्क अफगानिस्तान से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, अफगान के सरकारी विभागों में काम करने वाली महिलाओं को लेकर तालिबान की धार्मिक पुलिस ने एक सख्त फरमान जारी किया है. उन्होंने कहा है कि, महिलाओं को आवश्यकता पड़ने पर कंबल से भी ढकना चाहिए, वरना उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है. अगस्त में तालिबान द्वारा सत्ता पर कब्ज़ा करने के बाद से ज्यादातर महिलाओं को उनकी सरकारी नौकरियों से रोक दिया गया है, हालांकि अफगानिस्तान के नए शासकों का दावा है कि कुछ शर्तों के लागू होने के बाद उन्हें वापस नौकरी पर जाने की इजाजत दी जाएगी. तालिबानी मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान जारी करते हुए कहा है कि महिलाओं को तब तक नौकरी पर नहीं जाना चाहिए जब तक कि उन्हें ठीक से कवर नहीं किया जाता है, और अगर वे दिशानिर्देशों का पालन नहीं करती हैं, तो उन्हें नौकरी से निकाला जा सकता है. मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद सादिक अकिफ मुहाजिर ने मीडिया बताया कि, ‘महिलाएं, जिस तरह से हिजाब का पालन करना चाहती हैं, कर सकती हैं. जब उनसे पूछा गया कि क्या इसका मतलब है कि क्या महिलाओं को पूरी तरह से ढका हुआ बुर्का पहनना पड़ेगा, जिसे तालिबान ने अपने पिछले शासन के दौरान अनिवार्य कर दिया था, तो प्रवक्ता ने इससे इंकार कर दिया. बिडेन-पुतिन शिखर सम्मेलन अब नहीं: व्हाइट हाउस दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति चुनाव के मतदान की घोषणा ईरान के राष्ट्रपति ने अमेरिका के तेल, गैस प्रतिबंधों के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतिरोध का आह्वान किया