चेन्नई: तमिलनाडु सरकार ने चेन्नई में श्री नरसिम्हा अंजनेयर स्वामी मंदिर को ढहा दिया है। सरकार ने वरदराजपुरम में अड्यार नदी के किनारे का अतिक्रमण करार देते हुए इसे मंदिर को अवैध बताया और तोड़ दिया। तांबरम असिसटेंट कमिश्नर की अगुवाई में पुलिस बल के साथ राजस्व अधिकारियों ने मौके का दौरा किया और मंदिर को ढहाना शुरू कर दिया। यह कार्रवाई मंदिर ट्रस्ट को तीन बार अतिक्रमण का नोटिस जारी किए जाने के बाद की गई है। आक्रोशित हिंदू भक्तों ने विरोध प्रदर्शन किया और मंदिर के विध्वंस पर आपत्ति भी जाहिर की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार को विरोध करने और पुलिस के साथ बहस करने वाले करीब 20 लोगों को अरेस्ट कर लिया गया है और उन्हें पास के सामुदायिक हॉल में हिरासत में रखा गया है। बता दें कि श्री नरसिम्हा अंजनेयर स्वामी का मंदिर विगत 25 वर्षों से मुदिचुर के पास स्थित था और 55 सेंट जमीन पर बनाया गया था। कुछ वर्ष पूर्व, राजस्व अधिकारियों ने पाया कि मंदिर का निर्माण अतिक्रमित जलाशय पर किया गया है और मंदिर के प्रतिनिधियों को नोटिस भेजा। तांबरम में नरसिंह अंजनेयर मंदिर की प्रतिमाओं को विध्वंस के दौरान ट्रस्टियों के हवाले कर दिया गया था। जानकारी के अनुसार, यह मंदिर 25 वर्षों से मौजूद है। इसे 2015 में ध्वस्त कर दिया गया था और उसी जगह पर फिर से बनाया गया था। इससे पहले जुलाई 2021 के महीने में तमिलनाडु सरकार ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत अतिक्रमण हटाने के नाम पर एक तालाब मुथनंकुलम के किनारे 125 वर्ष प्राचीन मंदिर को ढहा दिया था। कामचीपुरम मठ ने तब बताया था कि ज्यादातर हिंदू मंदिर नदी या झीलों के किनारे बनाए गए थे ताकि श्रद्धालु मंदिरों में प्रवेश करने से पहले स्नान कर सकें या अपने हाथ-पैर धो सकें, जिसे अतिक्रमण नहीं कहा जा सकता है। राष्ट्रीय युवा दिवस पर अजय देवगन ने शेयर की ये खास पोस्ट राष्ट्रीय युवा दिवस पर बोले पीएम मोदी- 'बेटा-बेटी एक समान, बेहतरी के लिए शादी की उम्र 21 साल...' पुडुचेरी : पीएम मोदी आज 25वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन करेंगे