तमिलनाडु सरकार जल्द ही एक कृषि निर्यात सेवा केंद्र स्थापित करेगी। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने कहा कि राज्य मानेल्लोर और थूथुकुडी में दो आर्थिक रोजगार परिक्षेत्र स्थापित करने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि मानेलोर में 6,000 एकड़ और थूथुकुडी में 5,000 एकड़ में फैले परिसरों में अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा होगा। बुधवार को चेन्नई में आयोजित तमिलनाडु निर्यात सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु सरकार राज्य निर्यात संवर्धन समिति का भी गठन करेगी। इस समिति के अध्यक्ष मुख्य सचिव होंगे। सरकार ने 10 निर्यात केंद्रों की पहचान की है, और हब में निर्यात से संबंधित बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी, 25 पर्क एट परियोजना लागत की प्रति हब प्रति हब 10 करोड़ रुपये की सीमा के अधीन प्रति हब की प्रति सीमा की प्रतिपूर्ति करेगी। ये केंद्र हैं- अंबुर, चेन्नई, कोयंबटूर, होसुर, कांचीपुरम, करूर, मदुरै, पोलाची, थुथुकुडी और तिरुपुर। थेनी, मणप्पाराई और तिंडीवनम में फूड पार्क बनाए जाएंगे। मूल्य वर्धित उत्पादों का निर्माण करने वाले निर्यातकों के लिए एक प्रोत्साहन पैकेज तैयार किया जाएगा। सीएम स्टालिन ने कहा कि उनकी सरकार निर्यातकों और निवेशकों के साथ खड़ी रहेगी, और मंत्रियों और अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि औद्योगिक विकास पूरे राज्य में फैले और चेन्नई में केंद्रित न हो। वरिष्ठ IPS पवन जैन को आज मिलेगा INVC अंतर्राष्ट्रीय सम्मान, जानिए उनके अहम योगदान एस जयशंकर ने की तंजानिया के विदेश मंत्रियों से मुलाकात संस्कृति का सम्मान करना कोई असम से सीखे, CM सरमा ने कायम की मिसाल