नई दिल्ली : पिछले सप्ताह तमिलनाडु विधान सभा में हुए 'फ्लोर टेस्ट' के दौरान विपक्ष को जबरन विधान सभा से निकाल दिया गया था. इस कृत्य से नाराज डीएमके नेताओं ने सरकार के खिलाफ स्टॅलिन के नेतृत्व में अपनी भूख हड़ताल शुरू कर दी है. उल्लेखनीय है कि विधान सभा की कार्रवाई खत्म होने के बाद ही डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने राज्य भर में 22 फरवरी को विरोध प्रदर्शन और भूख हड़ताल करने की घोषणा की थी.डीएमके तमिलनाडु के राज्यपाल विद्यासागर राव से भी मिलकर विश्वास मत हासिल करने के AIADMK के पलानीसामी के गलत तरीके पर सवाल उठा चुकी है. गौरतलब है कि विधानसभा में हुए विश्वास मत के दौरान पलानीस्वामी ने 234 सदस्यों वाले विधानसभा में 122-11 के अंतर से जीत हासिल कर ली थी.इस दौरान प्रमुख विपक्षी डीएमके द्वारा किये जा रहे हंगामे को देखते हुए सभी को बाहर निकाल दिया गया था, जबकि कांग्रेस सदन से बहिष्कार कर चुकी थी. यह भी पढ़ें 10 करोड़ का जुर्माना नहीं देने पर, 13 महीने और जेल में रहेंगी शशिकला तमिलनाडु में विधानसभा हंगामे पर कमल हासन ने कसा तंज,कहा de-mockcrazy की जय हो