नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में चल रहे किसानों के दो दिवसीय मुक्ति मार्च में तमिलनाडु के किसान एक बार फिर अपना पुराना तरीका अपनाते हुए नर खोपड़ी के साथ आंदोलन में शामिल हुए हैं। जानकारी के अनुसार बता दें कि नर खोपड़ी के साथ ही तमिलनाडु के किसानों ने अर्ध नग्न होकर केंद्र सरकार के प्रति अपना गुस्सा जाहिर किया है। यहां बता दें इससे पहले अक्टूबर 2017 में भी तमिलनाडु के किसान इसी तरह से सरकार के प्रति विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं। मुंबई: जीआरपी पुलिस ने 360 किमी पीछा कर पकड़े मोबाइल चोर वहीं तमिलनाडु के किसानों की मानें तो यह उन किसानों की खोपड़ी है जो फसलों के खराब होने और बढ़ते कर्ज के चलते आत्महत्या कर अपनी जान दे चुके हैं। इसके साथ ही तमिलनाडु के किसान इस दौरान हरे झंडों और हरे रंग के ही कपड़ों में नजर आए हैं। वहीं बता दें कि आंदोलन में शामिल हुए किसान नेताओं ने कहा कि अगर सरकार उनकी मागों पर ध्यान नहीं देती है तो आंदोलन उग्र रूप ले सकता है। इसके साथ ही उन्होने कहा कि वे आगामी चुनावों में सरकार को इसका जमकर सबक सिखाएंगे। वहीं किसान महासभा के सचिव अतुल अंजान की मानें तो सरकार को स्पेशल सेशन में किसानों के लिए दो बिल लेकर आना चाहिए। एक कर्ज माफी का और दूसरा फसलों की उचित कीमत की गारंटी का। जम्मू यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ने भगत सिंह को बताया आतंकी, छात्रों ने प्रोफेसर के खिलाफ खोला मोर्चा यहां बता दें कि देश भर के इन किसानों ने अपनी संपूर्ण कर्ज माफी और फसलों के डेढ़ गुना ज्यादा समर्थन मूल्य की मांग की है। यहां बता दें किसानों के इस आंदोलन को कई वर्गों का भरपूर समर्थन मिला है, जिनमें कई राजनीतिक पार्टियां भी शामिल हैं। इसके अलावा किसान आंदोलन में शामिल ऑल इंडिया किसान सभा के बिहार से आए लक्ष्मण सिंह ने कहा है कि अगर अगर उनकी मागों को नहीं मानती है तो 1947 जैसा आजादी का संघर्ष होगा। खबरें और भी नक्सलियों का नए लीडर ने बस्तर में छिपकर लिट्टे से ली थी ट्रेनिंग राजस्थान: जोधपुर का उमेद भवन है रॉयल वेडिंग के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन सुप्रीम कोर्ट: रोहिंग्या शरणार्थियों पर आखिरी सुनवाई जनवरी 2019 में होगी