प्रयागराज: 13 जनवरी यानी सोमवार से प्रयागराज में महाकुंभ का शुभ आगाज हो चुका है। आम लोग संगम पर स्नान करते हुए दिखाई दे रहे है। इसके पश्चात 14 जनवरी को मकर संक्रांति का शाही स्नान का आयोजन होगा। तब हर कोई 13 अखाड़े संगम में स्नान करने वाले है। इसके लिए बंदोबस्त भी पूरा कर लिया गया है। खबरों का कहना है कि संगम तक जाने के लिए बल्लियां लगाने का काम भी किया जा रहा है। इसके पश्चात इन पर जाली लगा दी जाएगी। इतना ही नहीं इसी रास्ते से नागा साधु दौड़ते हुए शाही स्नान के लिए भी जाने वाली है। इतना ही नहीं हर अखाड़े के लिए 40 मिनट का वक़्त भी तय किया जाने वाला है। खबरों का कहना है कि संगम घाट पर भी तैयारियां मुकम्मल की जाने वाली है। बड़ी तादाद में कल ही लोगों स्नान कर लिया था। इतना ही नहीं घाटों की सफाई के लिए कर्मचारी तैनात कर दिए गए है। वहीं ये भी कहा जा रहा है कि स्नान करने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए जल पुलिस भी तैनात रहने वाली है। बैरिकेड्स सुरक्षा इंतजाम में लगा दिए गए है। संगम में गिरी 8 वर्षीय बच्ची: खबरों की माने तो कल पुल से 8 वर्ष की बच्ची संगम में जा गिरी। इस पर बच्ची को बचाने के लिए उसकी माँ और भाई दोनों ने ही नदी में छलांग लगा दी। यह देखते ही घाट पर मुस्तैद NDRF और SDRF के जवानों ने रस्सी की सहायता से तीनों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। कुछ रिपोर्ट्स का कहना है कि इसके पूर्व, महाकुंभ के लिए कल आखिरी अखाड़े की पेशवाई भी निकाली गई थी। वहीं श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़े के 1000 से अधिक साधु-संत ऊंट, घोड़े, रथ पर सवार होकर महाकुंभ के लिए निकल चुके है। इसी दौरान यहां वर्षा शुरू हो गई। भीगते हुए भी हर-हर महादेव और जय-जय श्रीराम के जयकारे लगाते संत आगे बढ़ते जा रहे है। परिवहन निगम ने प्रयागराज में 350 शटल बसें चला दी गई है। मुख्य स्नान पर इन बसों में श्रद्धालु मुफ्त सफर कर सकते है। ताप्ती एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव: इतना ही नहीं सूरत से प्रयागराज आ रही ताप्ती एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव किया गया। ये केस महाराष्ट्र के जलगांव स्टेशन के पास का बताया जा रहा है। जिस बोगी पर पत्थर लगे और खिड़की के शीशे टूटे, उसमें बैठे यात्री प्रयागराज महाकुंभ के लिए जा रहे थे।