ढाका : बांग्लादेश में साल 2004 में हुए ग्रेनेड हमले के मामले में आज (बुधवार) बांग्लादेश की एक अदालत ने एक बहुत बड़ा और ऐतिहासिक फैसला सुनाया है जिसे लेकर पुरे बांग्लादेश में हलचल मची हुई है. सिर्फ बांग्लादेश ही नहीं बल्कि यह मामला पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन चुका है . संयुक्त राष्ट्र सभा में बोली शेख हसीना, रोहिंग्यों को जल्द वापिस बुलाए म्यांमार दरअसल बांग्लादेश की एक शीर्ष अदालत ने आज इस मामले में एक बड़ा फैसला लेते हुए इस मामले से जुड़े 19 लोगों को मौत की सजा सुनाई है. इसके साथ ही इस कोर्ट ने 19 अन्य लोगों को उम्रकैद की सजा भी सुनाई है जिनमे बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान भी शामिल है. जिन 19 लोगों को मौत की सजा सुनाई गई है उनमे बांग्लादेश के पूर्व गृह राज्य मं‍त्री लुत्फोजमां बाबर भी शामिल है. एशिया कप 2018: फाइनल मुकाबले में लिटन दास का शानदार शतक, स्कोर 168 पर 5 आपको बता दें कि बांग्लादेश में यह हमला 21 अगस्त, 2004 को एक रैली पर किया गया था. इस हमले में बांग्लादेश की मौजूदा प्रधानमंत्री हसीना को लक्ष्य बनाया गया था. इस हमले में हसीना सही सलामत बच गई थी लेकिन उनके सुनाने कि क्षमता प्रभ्जावित हो गई थी. इसके साथ ही इस हमले में 24 लोग मारे गए थे और करीब 500 लोग घायल हो गए थे. ख़बरें और भी भारत को बांग्लादेश पर आक्रमण कर देना चाहिए : सुब्रमण्यम स्वामी बांग्लादेशी टीम को लगा झटका अनुभवी खिलाड़ी चोट के चलते टीम से बाहर बुमराह ने पुलिस से लिया बदला, कहा अब लगाओ साइनबोर्ड आखिरी पल तक रहा रोमांच, अंतिम गेंद पर हुई भारत की विजय