तरुण ढिल्लो और सुकांत कदम ने साओ पाउलो में ब्राजील पैरा बैडमिंटन अंतर्राष्ट्रीय में ‘SL 4’ वर्ग में क्रमश: गोल्ड और सिल्वर मेडल जीते जबकि तोक्यो पैरालम्पिक चैम्पियन प्रमोद भगत ने ‘एसएल 3’ स्पर्धा में 2 कांस्य पदक भी अपने नाम कर लिया है। भारत की झोली में कुल 28 पदक भी हासिल हुए। इंडियन पैरा बैडमिंटन दल ने आठ गोल्ड, 7 रजत और 13 कांस्य पदक जीते । ‘एसएल 4’ वर्ग में दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी कदम ने जर्मनी के मार्शल एडम को 21.19, 21.13 से मात दी लेकिन फाइनल में तरुण से हार का सामना करना पड़ गया। तरुण और कदम का मुकाबला बहुत रोमांचक रहा लेकिन आखिर में तरुण ने 21.17, 20.22 और 21.18 से जीत अपने नाम की। कदम ने कहा- मैं नतीजे से थोड़ा निराश हूं क्योंकि मैने सब कुछ दांव लगा दिया था। तरूण ने बेहतर खेला और निर्णायक अंक बनाने में कामयाब हो गए । मैं हर टूर्नामेंट में अपने खेल में सुधार ला रहा हूं। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी भगत को कुमार नितेश ने 21.7, 19.21, 21.19 से मात दी। नितेश ने जापान के दाइसुके फुजीहारा को 21.15, 18.21, 21.18 से हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। मिश्रित युगल में प्रमोद भगत और पलक कोहली को जापान के फुजीहारा और अकिको सुगिनो ने तीन सेटों से मात दी है। नितेश और तरुण के अलावा पारूल परमार, ज्योति परमार, ज्योति वर्मा, मनीषा रामदास , हार्दिक मक्कड़, रूतिक रघुपति, अरवाज अंसारी, दीप रंजन बिसोयी, मनीषा रामदास, मनदीप कौर ने भी गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है। प्रेम कुमार अले, मनदीप कौर, नित्या एस, पलक कोहली, पारूल परमार, चिराग बरेठा, मनदीप कौर, तरुण ढिल्लो, नितेश कुमार ने सिल्वर मेडल जीता। मनोज सरकार, निलेश गायकवाड़, धिंगाराम, अम्मु मोहन, मनोज सरकार, विक्रम कुमार, चिराग बरेठा, निलेश गायकवाड़, प्रेम कुमार, अबु हुबैदा, शशांक कुमार. अम्मु मोहन , अम्मु मोहन, अराती पाटिल, नित्या एस, लताताई उमरेकर, प्रमोद भगत, पलक कोहली ने कांस्य पदक भी अपने नाम किए। विंबलडन में खेल सकते हैं नोवाक, नहीं है इस चीज की जरुरत राजस्थान और बैंगलोर में महामुकाबला आज, क्या बटलर का बल्ला फिर उगलेगा आग ? देखें संभावित प्लेइंग XI क्या IPL 2022 से बाहर हो गई चेन्नई, या अब भी है प्ले ऑफ में पहुँचने की संभावना ?