नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े उद्योग समूह टाटा ग्रुप आज संकटग्रस्त राष्ट्रीय वाहक एयर इंडिया के लिए 'एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट' (खरीदने की इच्छा के लिए औपचारिक रूप से पेश किए गए डॉक्यूमेंट) जमा कर सकता है, मतलब ये कि टाटा ग्रुप एयर इंडिया को खरीदने के लिए बोली लगाने वाला है। एयर इंडिया के लिए टाटा ग्रुप एयर एशिया को एक वाहन के रूप में इस्तेमाल करेगा, जहां टाटा संस की बड़ी हिस्सेदारी है। सूत्रों ने इस संबंध में जानकारी दी है। स्पाइसजेट के अजय सिंह भी एयर इंडिया पर नज़र बनाए हुए हैं, किन्तु स्पाइसजेट ने इस पर टिप्पणी करने से साफ़ मना कर दिया है। उल्लेखनीय है कि जब सरकार ने 2018 में एयर इंडिया के लिए बोली लगवाई थी, उस दौरान कोई भी खरीददार सामने नहीं आया, किन्तु अब इसे खरीदने के लिए कई लोग आगे आए हैं। उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गत वर्ष कहा था कि यदि एयर इंडिया का निजीकरण नहीं किया गया तो इसे बंद करना पड़ सकता है। पुरी ने रविवार को कहा कि, यह (एयर इंडिया का डिवेस्टमेंट) एक गोपनीय प्रक्रिया है। संबंधित विभाग (DIPAM) सही समय पर टिप्पणी करेगा। वर्तमान में टाटा संस सिंगापुर एयरलाइंस के साथ मिलकर विस्तारा एयरलाइंस को ऑपरेट करता है। ग्रुप ने फैसला लिया है कि वह बजट कैरियर एयर एशिया इंडिया के माध्यम से एयर इंडिया के रूटों पर संचालन करेगा। वहीं, सिंगापुर एयरलाइंस पहले से ही नुकसान में चल रही एयर इंडिया के निजीकरण कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए उत्सुक नहीं है। सेंसेक्स और निफ्टी में आया बड़ा उछाल हवाई यात्रियों के लिए बड़ा ऐलान, जयपुर एयरपोर्ट से शुरू होंगी 'नई उड़ान' एस्ट्राजेनेका ने अमेरिकी ड्रग मेकर एलेक्सियन को 39 अरब डॉलर में खरीदने का लिया फैसला