एक अप्रैल से सुप्रीम कोर्ट ने बीएस-3 इंजन वाले वाहन बंद करने के आदेश दिये थे और कहा था कि अब बीएस-4 इंजन वाहन की बनेगें। टाटा ने अपने बीएस-4 मानकों वाले दो इंजन तैयार कर लिये हैं। इसमें एससीआर सेलेक्टिव कैटालिटिक रिडक्शन और ईजीआर एक्जॉस्ट गैस रीसर्कुलेशन तकनीकों का उपयोग किया गया है। इससे वाहन को चलाने में लागत कम आएगी। क्या कहना कंपनी का- •कंपनी ने एक बयान में बताया कि ईजीआर तकनीक को 2010 में अपनाया गया था। •यह लघु और मध्यम श्रेणी के वाणिज्यिक वाहनों की जरूरत को पूरा करते हैं जबकि एससीआर को 2014 में अपनाया गया जो मध्यम और भारी श्रेणी के वाणिज्यिक वाहनों में काम आते हैं। •एससीआर के स्तर को बढ़ाया जा सकता है जो टाटा मोटर्स को बीएस-6 मानक के अनुरूप वाहन पेश करने में मदद करेगा जिन्हें अप्रैल 2020 से परिचालन में लाया जाना है। •एससीआर तकनीक इंजन को और अधिक उचित तरीके से चलाने में मदद करती है जिससे उसकी क्षमता बढ़ती है और ईंधन खपत कम होती है। •वहीं ईजीआर एक कम लागत वाली, सामान्य और एकीकृत तकनीक है। •यह दोनों ही तकनीक नाइट्रोजन ऑक्साइड के उत्सर्जन को कम करते हैं। डस्टर पेट्रोल का ऑटोमैटिक वर्जन जल्द बाजार में देगा दस्तक,जाने फीचर्स होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर जल्द करेगी 1600 करोड़ रुपए का निवेश, जाने कारण? देखिए बिना गियर की सबसे सस्ती कारें, कीमत सिर्फ 3.8 लाख रुपए से शुरू हीरो मोटोकॉर्प को मिला इस साल का भारतीय बहुराष्ट्रीय पुरुस्कार