कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री मुकुल रॉय ने एक बार फिर से पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) का हाथ थाम लिया है। उनके इस कदम के बाद से कहा जा रहा है कि यह भाजपा के लिए बड़ा झटका है। हालांकि इस संबंध में भाजपा के दिग्गज नेता तथागत रॉय ने पूर्व केंद्रीय मंत्री मुकुल रॉय की आलोचना करते हुए कहा कि उनके इस कदम से भाजपा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। तथागत रॉय ने कहा कि मुकुल तृणमूल कांग्रेस (TMC) से भाजपा में आए थे और आज उसमे वापस लौट गए हैं। केवल वे ही इसके पीछे का कारण बता सकते हैं। वह (मुकुल) आज कुछ कहना चाहते थे लेकिन ममता बनर्जी ने जल्दी से प्रेस वार्ता ख़त्म कर दी। तथागत रॉय ने आगे कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है जो लोकसभा में 303 सांसदों के साथ केंद्र में काबिज है। मुकुल रॉय के पार्टी छोड़ने से भाजपा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मुकुल को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने जो जिम्मेदारी दी थी, वह उससे भाग गए हैं। त्रिपुरा के पूर्व गवर्नर ने कहा कि मुट्ठी भर अन्य लोग भी भाजपा छोड़ सकते हैं, किन्तु इसका पार्टी के आधार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। तथागत रॉय ने कहा यदि राजीव बनर्जी जाना चाहते हैं, तो उन्हें जाने दें। वह चुनाव भी हार गए। मुकुल रॉय राज्य के नेता हैं और भाजपा ने उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था। बिडेन प्रशासन ने पेंटागन में 2 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक की सैन्य निधि की वापस 16 जून को होंगे पुडुचेरी विधानसभा अध्यक्ष चुनाव कोरोना से मौत के सही आंकड़े छुपाए, इस्तीफा दें योगी, रुपाणी और शिवराज - कांग्रेस