भागलपुर- बिहार के भागलपुर में एक शिक्षक के गुरु शिष्य के रिश्ते को दागदार करने का मामला सामने आया है. आपको बता दे कि उर्दू मध्य विद्यालय लोदीपुर में छात्राओं ने हेडमास्टर अमरेंद्र कुमार घोष पर आरोप लगाया की बायोलॉजी पढ़ाने के बहाने छात्राओं को गलत तरीके से छूटा था. और छात्राओं से कहता था कि यह पढ़ाई का हिस्सा है. तुम लोग इस बारे में किसी को मत बताना. गौरतलब है कि हेडमास्टर सातवीं और आठवीं क्लास की छात्राओं को बायोलॉजी पड़ता था. जिसने वो लड़कियों को गलत तरीके से हाथ लगता लगता था. हेडमास्टर की हरकतों से टैग आकर छात्राओं ने स्कूल जाना बंद कर दिया. छात्राओं ने स्कूल की दूसरी शिक्षिका से बायो पढ़ाने कि बात कही. लेकिन वो ना हो पाया तो छात्राओं ने अपनी माँ को साड़ी बात बताई. जिसके बाद अभिभावकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. जिसके बाद हेडमास्टर को स्कूल से हटा दिया गया. और पुलिस मामले कि जाँच में जुट गयी है. बता दे कि घटना के बाद डीईओ ने हेडमास्टर को स्कूल से हटा दिया है. और मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया है. साथ ही घटना पर डीईओ चंद्रमोहन मिश्र ने कहा कि शहर से बाहर होने के कारण वह घटनास्थल पर नहीं पहुंच सके. वही आरोपी हेडमास्टर अमरेंद्र कुमार का कहना है कि छात्राओं को गलत फेहमी हो गयी है. स्कूल ने और कोई विज्ञान का टीचर नहीं है इसलिए में पड़ा देता हूँ. बच्चो को पढाना छोड़कर इन्होने शुरू किया मेकअप आर्ट, जो है बेहतरीन शिक्षकों का कक्षा में मोबाइल ले जाने पर लगा बैन अब केरल के स्कूलों में होंगे किन्नर फैकल्टी