कोलकाता: केंद्रीय जाँच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक भर्ती घोटाले की चल रही जांच में अपनी चार्जशीट में तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी (ED Chargesheet against Abhishek Banerjee) के नाम का जिक्र किया है। बता दें कि, यह पहली बार है जब किसी केंद्रीय एजेंसी ने अपने आरोप पत्र में अभिषेक बनर्जी के नाम का उल्लेख किया है। जांच एजेंसी के आरोपपत्र के अनुसार, तापस कुमार मंडल ने खुलासा किया कि कुंतल घोष, जो सुजॉय कृष्ण भद्र के बहुत करीबी थे, ने प्राथमिक शिक्षकों के रूप में उम्मीदवारों की विभिन्न अवैध नियुक्तियों की व्यवस्था करने के लिए उनसे राशि एकत्र की थी और यह राशि सुजय कृष्ण भद्र को सौंपी थी। बता दें कि, घोष युवा तृणमूल नेता थे। ED ने अपनी चार्जशीट में लिखा है कि सुजय कृष्ण भद्र अभिषेक बनर्जी (ED Chargesheet against Abhishek Banerjee) के वित्त संबंधी मामलों को देखते थे, जो अखिल भारतीय तृणमूल युवा कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष थे। ED ने यह भी बताया कि एसके भद्रा बनर्जी के काफी करीबी थे। इसके अलावा, ईडी ने दावा किया कि सुजय कृष्ण भद्र अभिषेक बनर्जी के संदेश को आगे बढ़ाने के लिए पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य के कार्यालय में जाते थे। बता दें कि, यह पहली बार है कि प्रवर्तन निदेशालय की किसी चार्जशीट में अभिषेक बनर्जी (ED Chargesheet against Abhishek Banerjee) का नाम आया है। जांच एजेंसी ने शुक्रवार को विशेष (CBI) अदालत के समक्ष सुजय कृष्ण भद्र के खिलाफ 7,000 पेज का पूरक आरोपपत्र दाखिल किया। सुजय भद्रा पर बंगाल में सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों और कर्मचारियों की भर्ती में अनियमितताओं के संबंध में धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत आरोप लगाया गया था। 'मातृभाषा में शिक्षा भारतीय छात्रों के लिए न्याय के नए रूप की शुरुआत..', राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर पीएम मोदी का अहम संबोधन सरकार का बड़ा ऐलान, पुलिस फोर्स में 30% भर्ती कोटा महिलाओं के लिए रिजर्व कौन हैं तारिक मंसूर ? जिन्हे भाजपा ने बनाया पार्टी का उपाध्यक्ष, 2024 चुनाव से पहले दी बड़ी जिम्मेदारी