Teachers Day : आखिर क्यों 5 सितम्बर को ही मनाया जाता है शिक्षक दिवस

दुनियाभर में 5 सितम्बर के दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन सभी लोग अपने शिक्षकों के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करते हैं. सभी स्कूल में भी शिक्षक दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. बच्चे अपने फेवरेट टीचर के लिए गिफ्ट्स और ग्रीटिंग कार्ड लेकर आते हैं. शिक्षक दिवस की शुरुआत साल 1692 में हुई थी. आइये आपको बताते हैं शिक्षक दिवस का इतिहास...

शिक्षक दिवस मनाने का कारण-

इस दिन हमारे देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था. सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में राधाकृष्णन का नाम शिक्षाविदों में लिया जाता है. एक बार राधाकृष्णन के कुछ शिष्यों ने उनके जन्मदिन मनाने का सोचा और जब वो इस बारे में राधाकृष्णन से अनुमति लेने गए तो राधाकृष्णन ने कहा कि उनके जन्मदिन को अलग से ना मनाने की जगह अगर शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो इससे उन्हें गर्व महसूस होगा. बस तब से लेकर अब तक 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा.

विद्वानों ने शिक्षकों को सबसे ऊपर दर्जा दिया है. जरुरी नहीं है कि शिक्षक सिर्फ स्कूल में ही रहते हैं बल्कि हमारे माता-पिता, दोस्त, दुश्मन, भाई-बहन सहित वो सभी लोग जिनसे हमें जीवन में कुछ भी सीखने को मिले वो सभी शिक्षक कहलाते हैं.

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