वाशिंगटन: राष्‍ट्रपति चुनाव के दौरान डोनाल्‍ड ट्रम्‍प ने लोगों से वादा किया था कि वो राष्‍ट्रपति बनते ही मुस्लिम देशों से आने वाले शरणार्थियों पर रोक लगा देंगे. इसी वादे को पुरा करते हुए ट्रम्प ने अपनी इस नीति को लागु कर दिया है. किन्तु नई इमिग्रेशन पॉलिसी के कारण कई लोगो को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में जहाँ बहुत सारे लोगो द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है. वही अब डोनाल्ड ट्रंप की इस नीति का अमेरिका की टेक कंपनियों द्वारा भी वीरोध किया जा रहा है. जिसमे गूगल सहित माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल, उबर, टेस्ला और अमेजन द्वारा नई इमिग्रेशन पॉलिसी के विरोध में आ गयी है. नई इमिग्रेशन पॉलिसी के कारण US रिफ्यूजी प्रोग्राम को 120 दिनों के लिए अस्थायी रूप से रोकने का आदेश दिया गया है. जिसके कारण गूगल के 200 कर्मचारी प्रभावित हो रहे है, वही अन्य कंपनियों पर भी इसका व्यापक असर देखा जा रहा है, जिसके कारण इस नीति का विरोध किया जा रहा है. इस नयी इमिग्रेशन पॉलिसी के चलते अमेरिका आने वाले रिफ्यूजियों की संख्या तय की जाएगी और इस्लामिक कट्टरपंथियों को अमेरिका से बाहर कर दिया जाएगा. इराक, ईरान, सीरिया, सूडान, लीबिया, सोमालिया और यमन जैसे 7 मुस्लिम देशों के विजिटर्स को फिलहाल वीजा नहीं मिलेगा. ईरान के रक्षा कार्यक्रम को लेकर तनाव पैदा न करे अमेरिका आखिर मुसलमानों के प्रति क्यों सख्त हैं चीन, अमेरिका? हाफिज की नजरबंदी को पाक ने बताया राष्ट्रहित, नहीं चाहता है भारत से युद्ध अमेरिका ने दोहराया भारत के साथ संबंध होंगे और मजबूत