देश में 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी शुरू दूरसंचार विभाग को करनी चाहिए क्योंकि कई अन्य देशों के नियामकों ने पहले ही इसके लिए नीतियां बना ली हैं और स्पेक्ट्रम नीलामी शुरू कर दी है. आईटी क्षेत्र की कंपनी टेक महिंद्रा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह बात कही. टेक महिंद्रा के अध्यक्ष (संचार कारोबार) तथा नेटवर्क सेवाओं के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मनीष व्यास ने कहा कि अभी देश के सभी हिस्सों में 4जी सेवा नहीं पहुंची है, हालांकि यह काम बड़े पैमाने पर किया गया है. वहीं कुछ हलचल दिख दूसरी ओर 5G परीक्षणों के लिए निश्चित रूप से रही है. लोकसभा चुनाव 2019 की लाइव अपडेट, इस तरह अपने मोबाइल पर पाएं इस मामले में व्यास ने कहा कि प्रौद्योगिकी से ज्यादा बड़ी अड़चन 5 जी स्पेक्ट्रम को लेकर नियामकीय निकाय की नीति है. उन्होंने कहा कि दूरसंचार विभाग ने परीक्षण के रूप में जो लाइसेंस दिया है उसमें संशोधन की जरूरत है. जब तक कि ऐसा नहीं होता है, क्षेत्र को इंतजार करना होगा. उन्होंने कहा कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्विट्जरलैंड, सऊदी अरब और कुछ अन्य देशों ने 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी शुरू कर दी है. वैश्विक स्तर पर नियामक 5G के लिए के लिए मध्यम बैंक (3.5 गीगाहर्ट्ज) लाइसेंस दे रहे हैं. वहीं एमएमवेव स्पेक्ट्रम बैंड में लाइसेंस कुछ अन्य देशों में दिया जा रहा है. आज से Nokia 3.2 स्मार्टफोन सेल होगा उपलब्ध, जानिए ऑफर भारत में उन्होंने कहा कि 5G नेटवर्क शुरू करने के लिए सबसे पहले 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी जरूरी है. सब कुछ स्पेक्ट्रम पर ही निर्भर करेगा. देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया ने हाल में कहा था कि 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी 2020 से पहले से नहीं की जानी चाहिए क्योंकि उद्योग को अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी के लिए भारत के अनुरूप करने की जरूरत भारत चीजों को है. Oppo K3 शानदार फीचर के साथ हुआ लॉन्च, ये है कीमत इस स्मार्टफोन ने Amazon पर हासिल की बम्पर बिक्री Paytm बिल पेमेंट पर दे रहा 100 प्रतिशत कैशबैक, ये है ऑफर