पटना। राष्ट्रपति चुनाव में अलग अलग कैंडिडेट्स पर अपने अपने समर्थन का मत रहने के कारण जेडीयू और आरजेडी के बीच मतभिन्नता हो गई है। ऐसे में महागठबंधन के प्रमुख दलों जेडीयू और आरजेडी के नेताओं के बीच संबंधों में कड़वाहट घुलने का अनुभव हो रहा है। ऐसे में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नेताओं से कहा है कि वे संयम रखें और कोई भी बयान तैश में आकर न दें बल्कि नियंत्रित तरह से बोलें। हालांकि उन्होंने कहा कि महागठबंधन तो हिमालय की तरह ही मजबूत है। उनका कहना था कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के विरूद्ध कोई अपमानजनक बात नहीं कही गई है। जनता दल यूनाईटेड ने राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के विरूद्ध अपमानजनक बयान नहीं दिया। गौरतलब है कि राज्य के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार भाजपा के प्रेसिडेंट इलेक्शन कैंडिडेट रामनाथ कोविंद को समर्थन देने की बात कह चुके हैं जबकि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव कांग्रेस की कैंडिडेट मीरा कुमार के साथ हैं। राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा है कि कोविंद का समर्थन करने का नीतीश कुमार का फैसला एक राष्ट्रव्यापी महागठबंधन बनाने की कोशिश को झटका है हम उसे जदयू को सहन कर रहे हैं और भाजपा को रोकने के लिए उसे बर्दाश्त करते रहेंगे। दूसरी ओर जदयू के प्रदेश प्रमुख बशिष्ठ नारायण सिंह ने इस तरह के बयान पर नाराजगी जताते हुए इसे गठबंधन की गरिमा का स्पष्ट उल्लंघन करने वाला बताया,उन्होंने कहा कि मैं लालू प्रसाद से ऐसे नेताओं को काबू करने का अनुरोध करूंगा। मीरा के समर्थन पर नितीश का करारा जवाब, क्या बिहार की बेटी को हारने के लिए खड़ा किया ? मीरा कुमार को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाये जाने पर मायावती ने भी दिया समर्थन