पटना: राजद नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार के कार्यकाल के दौरान 70 घोटालों का इल्जाम लगाते हुए सीएम से इस्तीफे की मांग की है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि नल-जल योजना में घोटाले की जानकारी राजद MLA राम प्रकाश महतो ने 21 फरवरी को नीतीश कुमार को दे दी थी. इस घोटाले में पैसे की आपूर्ति भाजपा और जदयू नेताओं के बैंक खातों में की जा रही थी. तेजस्वी ने आगे कहा कि नल-धन योजना में हुए घोटाले में अब तक कोई भी एक्शन नहीं लिया गया है. उन्होंने कहा कि, ''मैं सीएम को चुनौती देता हूं कि वह 50 पंचायत का नाम बता दें, जहां पर यह योजना ठीक तरीके से काम कर रही हो. इसमें हर जगह जदयू और भाजपा के नेताओं को ही टेंडर दिया जा रहा है.'' तेजस्वी ने आगे कहा कि, 'तार किशोर प्रसाद को सुशील मोदी के कहने पर डिप्टी सीएम बनाया गया था, तो सवाल उठता है कि क्या जो घोटाला हुआ है, उसका पैसा तार किशोर प्रसाद ने सुशील मोदी को दिया, जिसके बाद ही सुशील मोदी ने तार किशोर प्रसाद का नाम डिप्टी सीएम के लिए आगे बढ़ाया.' उन्होंने आगे कहा कि, 'जिस वक़्त यह घोटाला हुआ, उस समय सुशील मोदी ही डिप्टी सीएम थे. नीतीश कुमार की अंतरात्मा पहले ही बंगाल की खाड़ी में डूब गई है, इसीलिए उनके भीतर हिम्मत नहीं है कि वह भाजपा के मंत्री पर एक्शन ले सकें. बिहार में 70 घोटाले हो चुके हैं. नीतीश कुमार को अंतरात्मा और नैतिकता के आधार पर अपना इस्तीफा दे देना चाहिए था.' सफर के दौरान काम में जुटे रहे प्रधानमंत्री मोदी, फोटो हुई वायरल यूएस एफडीए ने 65 से ऊपर के लोगों के लिए कोविड बूस्टर शॉट को दी मंजूरी एस जयशंकर ने की तंजानिया के विदेश मंत्रियों से मुलाकात