पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का आज 73वां जन्मदिन है। इस अवसर पर उनके छोटे बेटे और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव उन्हें बधाई देने रांची के रिम्स अस्पताल पहुंचे हैं। वहीं, पत्नी राबड़ी देवी और बड़े बेटे तेज प्रताप ने ट्वीट करते हुए लालू यादव को बधाई संदेश भेजा है। पिता लालू यादव से मिलने के बाद तेजस्वी ने बिहार की जनता के लिए एक भावुक चिट्ठी लिखी है। इसे फेसबुक पर पोस्ट करने के साथ तेजस्वी ने अपने पिता के साथ एक तस्वीर भी लगाई है। तेजस्वी यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि ''आज आदरणीय पिता जी के जन्मदिवस पर उनकी कही बात याद आ रही है। “संघर्ष लम्बा होगा, परीक्षा कड़ी होगी तुम घबराना मत, हमें बिहार के विकास और ग़रीबों की ख़ुशियों के लिए लड़ना-मरना है। सामाजिक न्याय हमने किया अब तुम आर्थिक न्याय करना। हमारी ख़ुशियों का त्याग भी हो तो फ़िक्र नहीं करना। '' तेजस्वी ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि :- ''प्रिय बिहारवासियों, आज पिता जी से उनके अवतरण दिवस पर मिलने रांची आया हूं। उनके जन्मदिवस पर अलग-अलग तरह के भाव मन में आ रहें हैं। मन थोड़ा व्यथित है कि वो हमसे दूर अकेले संघर्ष कर रहे हैं, और थोड़ा सशक्त भी क्योंकि उनका जन्मदिन मुझे और अधिक प्रेरणा देता है उनकी तरह ही मुखरता से गरीब, गुरबों, शोषित, पीड़ित, उपेक्षित और वंचितों की लड़ाई बिना सिद्धांतों से समझौता किए लड़ूं। अपने पिता के जीवन की यात्रा पर जब भी नजर डालता हूं, ऐसा लगता है क्या अद्भुत और बिरला जज्बा लिए हैं। आदरणीय लालू जी, ऊंच-नीच के विरुद्ध लड़ाई लड़े, बिहार की तमाम सामाजिक विसंगतियों को खत्म किया। गरीब के हक का झंडा बुलंद किया और चाहे कितनी भी विषम परिस्थिति आई, कभी घुटने नहीं टेके, कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। विषम हालात अच्छे-अच्छों को तोड़ देते हैं, षडयंत्र व समर्पण करने को मजबूर कर देते है। वर्षों का दुष्प्रचार इंसान का आत्मविश्वास छीन लेता है लेकिन ये भी अनुकरणीय है कि विषम हालात, अनगिनत षडयंत्र और लगातार दुष्प्रचार भी लालू जी के हौसले को तोड़ नहीं पाए, उनके सिद्धांतों को झुका नहीं पाए, जनसेवा के लिए समर्पित उनके कदमों को रोक नहीं पाए अपितु उनके हौसलों को मजबूत ही किया। वो लड़ रहे हैं आज भी, बिना थके, बिना झुके....और मुझे गर्व है कि बिहार के लोगों के हक के लिए उनकी इस लड़ाई में मैं भी भागी बना हूं, इसलिए आज उनके जन्मदिन पर में यह प्रण लेता हूं कि बिहार के युवाओं और गरीबों को हर हालत में न्याय दिला कर रहूंगा। बस ..... बहुत हो चुका जातिवाद, सम्प्रदायवाद, बहुत हो चुकी चुकी बीमारी के दौरान फैली अव्यवस्था से मौतें, बहुत देख ली गरीब ने रोटी की भूख, बहुत रह लिया हमारा युवा बेरोजगार, बहुत सह लिया हमारे भाइयों ने, उनके परिवारों ने पलायन का दर्द, कुशासन ने छीन ली बहुत जानें, सड़कों पर बहुत बेहाल हो चुका बिहारी ..... सरकार ने 15 साल राज करते-करते बहुत ठीकरा फोड़ लिया दूसरों पर..... अब और नहीं होने दूंगा ..... भुखमरी से, अपराध से, अव्यवस्था से, अन्याय से अब जान नहीं खोने दूंगा। आज पिता जी के 73वें जन्मदिन पर हम कम से कम 73000 गरीबों को खाना खिलाएंगे, उनके माथे से चिंता हटाएंगे और फिर पिता की प्रेरणा से ही बिहार को इस कठिन समय से निजात दिलाएंगे। लालू जी की प्रेरणा से जो कदम बिहार की सेवा के लिए चल पड़े हैं .... वो कदम रुकेंगे नहीं, कभी थकेंगे नहीं। '' आपका बेटा, आपका भाई तेजस्वी यादव जुलाई से खुल सकता है डिज्नीलैंड अंबाती रामबाबू का बड़ा बयान, इस काम को बताया कानून के खिलाफ केरल : इन स्थानों के बीच जल्द प्रारंभ हो सकता है हाई स्पीड ट्रेन का संचालन