बिहार में लालू प्रसाद की के बेटों के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा की ख़बरों के बीच अब उस शख्स का नाम भी सामने आ गया है जिसके खिलाफ लालू के बड़े तेजप्रताप ने मोर्चा खोला था. तेजप्रताप ने जिस नेता के खिलाफ मोर्चा खोल बताया कि वो दोनों भाइयों को लड़वाना चाहते है वो है, आरजेडी के फाउंडर और लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के सबसे करीबी माने जाने वाले रामचंद्र पूर्वे. बता दें, हाल ही में तेजप्रताप यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि "पार्टी में कुछ सामाजिक तत्व घुस आए है जो हम दोनों भाइयों को लड़वाना चाहते है." वहीं हाल ही में तेजप्रताप यादव ने एक ट्वीट कर पार्टी के ही ऐसे लोगों पर निशाना साधा था जो दोनों भाइयों को लड़वाना चाहते थे हालाँकि ट्वीट में उन्होंने किसी का नाम नहीं लिखा था. तेजप्रताप ने अपने ट्वीट में लिखा था कि "मेरा सोंचना है कि मैं अर्जुन को हस्तिनापुर की गद्दी पर बैठाऊं और खुद द्वारका चला जाऊँ। अब कुछेक "चुग्लों" को कष्ट है कि कहीं मैं किंग मेकर न कहलाऊं।।राधे राधे।।. " बता दें, रामचंद्र पूर्वे उन नेताओं में से एक है जो लालूयादव के द्वारा बनाई गई आरजेडी में उस समय साथ थे. 1997 में जब लालू यादव चारा घोटाले में जेल गए थे तब भी उन्होंने ने ही राबड़ी देवी को सीएम की कुर्सी पर बैठाया था. क्या तेज प्रताप कर रहे है बगावत का शंखनाद राजनीति से भर गया है तेजप्रताप का दिल ! बिहार के एक और बड़े नेता के बेटे की शादी की तैयारी