पटना : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कथित हिंदू कट्टरपंथ के खिलाफ बिहार में अब धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ कार्य कर सकता है। जी हां, इसे डीएसएस के नाम से जाना जाएगा। इसकी स्थापना बिहार राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने की। डीएसएस को लेकर यह कहा गया है कि यह संगठन आरएसएस और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संगठन हिंदू वाहिनी सेना का सामना करने के लिए तैयार है। इस मामले में बिहार में स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने कहा कि डीएसएस आरक्षण के मसले पर आरएसएस का विरोध करेगा। उल्लेखनीय है कि आरएसएस की तर्ज पर ही कांग्रेस ने कांग्रेस सेवा दल गठित किया था। अब डीएसएस के गठन से राजनीतिक रोमांच नज़र आने लगा है। डीएसएस में हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई आदि शामिल रहेंगे। इस संगठन की बिहार में चर्चा हो रही है। हालांकि पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने विरोध में कहा है कि पहले तेजप्रताप आरएसएस का प्रशिक्षण लें इसके बाद ही कोई संगठन बनाने की बात करें। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो असफलता का डर लगा रह सकता है। समय के साथ आरएसएस का कदम ताल, शुरू किया अपना वेब चैनल राम मंदिर बने किन्तु किसी अन्य धर्म स्थल को तोड़ कर नहीं - दिग्विजय सिंह पश्चिम बंगाल में हिंदुओं की घटती जनसंख्या से RSS चिंतित