हैदराबाद: तेलंगाना विधानसभा चुनाव से पहले तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के साथ गठबंधन को लेकर अब कांग्रेस के भीतर असंतोष की स्थिति पैदा हो गई है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन. इसलिए कुछ कांग्रेसी नेता चाहते हैं कि पार्टी टीडीपी के साथ गंठबंधन तोड़ दे, इसके साथ ही पार्टी के कुछ नेता यह भी दलील दे रहे हैं कि विधानसभा चुनाव में तेदेपा के साथ गठबंधन से कांग्रेस को नुकसान झेलना पड़ा है, अन्यथा कांग्रेस को अधिक सीटें मिल सकती थी. क्रूड आयल की कीमतों में गिरावट से 37 पैसे मजबूत हुआ रुपया, जानिए आज का रेट उल्लेखनीय है कि 119 सीटों वाले तेलंगाना विधानसभा में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 88 सीटों पर जीत हासिल की थी, वहीं कांग्रेस ने 100 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन खाते में केवल 19 सीटें ही आई. जबकि कांग्रेस गठबंधन वाली तेदेपा मात्र दो सीटें ही जुटा पाई, जबकि गठबंधन की अन्य पार्टियां जिसमें तेलंगाना जन समिति (टीजेएस) और भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी को एक भी सीट नहीं मिल पाई. अब इस उपकरण के प्रयोग से स्वच्छ होगी गंगा एक कांग्रेस नेता ने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि उनकी पार्टी के कई लोग मानते हैं कि टीडीपी के साथ गठबंधन ने पार्टी को नुकसान पहुँचाया है. उन्होंने शुरुआत में कहा था कि तेदेपा अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू से गठबंधन आंध्र प्रदेश के निवासियों को आकर्षित करने में सहायता करेगा. कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद विजय शांति ने बताया कि तेलंगाना में उनकी पार्टी को खुद के दम पर चुनाव लड़ना चाहिए था. उन्होंने कहा कि अब भी तेलंगाना के लोगों में नायडू के प्रति आक्रोश है, उन्होंने कहा कि तेदेपा के साथ गठबंधन कांग्रेस के हाई कमान का निर्णय था, लेकिन अब हमें सावधान रहना चाहिए. खबरें और भी:- NIT कर्णाटक : 50 हजार रु सैलरी, इस दिन होने जा रहा है इंटरव्यू प्रयागराज: कुंभ कमांड सेंटर के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने किया गंगा पूजन दिल्ली: मांग घटने से सस्ता हुआ सोना