हैदराबाद: पंजाब में भी अपने दो बड़े नेताओं सीएम अमरिंदर सिंह और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के आपसी मतभेद से जूझ रही कांग्रेस के लिए एक और बुरी खबर है। पार्टी को यह बुरी खबर तेलंगाना से मिली है, जहां कांग्रेस के 18 में से 12 विधायकों ने सत्ता पर काबिज टीआरएस में शामिल होने की तैयारी कर ली है। इन 12 विधायकों ने विधानसभा के स्पीकर को पार्टी बदलने सम्बन्धी जानकारी दी है। कांग्रेस के दो तिहाई विधायकों के पाला बदलने के कारण उनकी सदस्यता नहीं जाएगी क्योंकि दो तिहाई सदस्यों के पार्टी बदल करने की स्थिति में दलबदल विरोधी कानून लागू नहीं होता है। उल्लेखनीय है कि तेलंगाना विधानसभा चुनाव में टीआरएस ने 119 में से 88 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत से अपनी सरकार बनाई है। वहीं सूबे में कांग्रेस ने केवल 18 सीटों पर ही जीती है। वहीं, चुनाव के बाद से ही राज्य में कांग्रेस की स्थिति खराब दिख रही है। कांग्रेस के कई विधायक अब भी प्रदेश में पार्टी नेतृत्व से नाराज हैं और जल्द ही कई विधायकों के टीआरएस में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। 18 में से 12 विधायकों ने अब स्पीकर को भी पत्र लिखकर टीआरएस में विलय की मांग कर दी है। इनमें टीआरएस से ही निकलकर कांग्रेस में शामिल हुए MLA रोहित रेड्डी भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि रोहित रेड्डी जल्द ही पार्टी से त्यागपत्र देकर टीआरएस में शामिल हो सकते हैं। टीआरएस से निलंबित होने के बाद ही रेड्डी कांग्रेस में पहुंचे थे। पीएम मोदी से मिले कमलनाथ, मध्य प्रदेश के कई मुद्दों पर हुई चर्चा रविशंकर प्रसाद बोले, इस मूलमंत्र के साथ करूँगा पीएम मोदी की टीम में काम मोदी को जिताने के लिए गरीब-बेरोजगार पर मायावती का तंज, कहा- अब पछताए होत क्या....