तेलंगाना सरकार ने पहले पीवी नरसिम्हा राव के लिए भारत रत्न की मांग की थी लेकिन केंद्र सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. तेलंगाना विधानसभा ने मंगलवार को एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र से दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव को भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्रतिष्ठित भारत रत्न पुरस्कार प्रदान करने को कहा. विधानसभा सत्र के दूसरे दिन सरकार ने उस प्रस्ताव को स्थगित कर दिया जिसमें तेलंगाना से संबंध रखने वाले पूर्व प्रधानमंत्री को मरणोपरांत सम्मानित करने की मांग की गई थी. सत्र की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा, तेलंगाना में हर किसी को इस बात की उदासी है कि पीवी नरसिम्हा राव को जो सम्मान चाहिए था, वह उन्हें नहीं दिया गया. हम इस बात का ब्यौरा नहीं देना चाहते कि इसके लिए किसे दोषी ठहराया जाना चाहिए लेकिन तेलंगाना राज्य के शताब्दी जन्म समारोह को देखते हुए हम केंद्र सरकार से उन्हें भारत रत्न पुरस्कार प्रदान करने के लिए कहते हैं. तेलंगाना सरकार दिवंगत प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव का एक साल तक चलने वाला जन्म शताब्दी समारोह मना रही है। साल भर चलने वाले समारोहों के हिस्से के रूप में दिवंगत प्रधानमंत्री को याद करने वाले कई कार्यक्रमों का कार्यक्रम किया गया है. विधानसभा में अपने भाषण में केसीआर ने कहा कि आधुनिक भारत में केवल दो नेताओं ने देश का रास्ता बदल दिया एक जवाहरलाल नेहरू और दूसरा पीवी नरसिम्हा राव। केसीआर ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू ने जहां "आधुनिक भारत" की आधारशिला रखी थी, वहीं पीवी नरसिम्हा राव "ग्लोबल इंडिया" के निर्माता थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि पीवी नरसिम्हा राव एक सामंती परिवार से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन उन्होंने आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में 1972 में भूमि सुधार अधिनियम का निष्पादन किया. कोविड वैक्सीन से एक शख्स हुआ बीमार, कंपनी ने परिक्षण पर लगाई पाबंदी मंत्री केटी रामाराव ने अस्वीकृत लेआउट में भूखंडों को नियमित करने के जारी की वेबसाइट भ्रष्टाचार पर बोले जयराम, कहा- अपराधियों के खिलाफ होगी सख्त कार्यवाही