भयावह मंजर! नैना देवी मंदिर में घुसा झील का पानी, रेलवे लाइन भी आई नदी की चपेट में...

नैनीताल: रविवार प्रातः से हो रही वर्षा आफत बनकर बरस रही है। वर्षा के चलते नैनीताल के हल्द्वानी, कालाढूंगी एवं भवाली तीनों रास्ते अवरुद्ध होने से शहर का देश एवं दुनिया से संपर्क कट गया है। पुलिस ने संबंधित विभागों को सूचित करने के साथ-साथ राहत कार्य आरम्भ कर दिया है। लेकिन वर्षा की वजह से राहत कार्य मे भी संकट बना हुआ है। खतरे और राहगीरों के फंसने की संभावना को देखते हुए तीनों रास्तों में व्यक्तियों की आवाजाही रोक दी है। 

वहीं नैनीताल जिले में काठगोदाम को जोड़ने वाली रेलवे लाइन भी नदी की चपेट में आ गई। इस बाढ़ ने कुमाऊं रीजन के अंतिम रेलवे स्टेशन काठगोदाम को जोड़ने वाली रेल लाइन को नष्ट कर दिया। प्रदेश में हो रही सर्वाधिक वर्षा ने जहां आम व्यक्तियों के जन-जीवन को प्रभावित किया तो वहीं जंगलों में जानवरों को सर्वाधिक वर्षा का कहर झेलना पड़ रहा है। प्रदेश के हल्दुचौड़ तथा गौला नदी के बीच हाथी फंस गया। हालांकि नदी के बीचों बीच से वह निकलने में सफल रहा।

वही दूसरी तरफ कुमाऊं में सफर करने पहुंचे पर्यटक आधे मार्ग में फंस गए है। इसमें हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ सहित कई प्रदेशों के पर्यटक सम्मिलित हैं। सभी पर्यटकों के फ़ोन बंद हो गए हैं। परिजन बेचैन हैं। कहीं से उन्हें मोबाइल से सूचना नहीं प्राप्त हो पा रही है। 18 अक्टूबर की रात को अल्मोड़ा, रानीखेत से हल्द्वानी की ओर से पर्यटक लौट रहे थे। भारी वर्षा व भूस्खलन के संकट को देखते हुए प्रशासन ने पर्यटकों को कैंची धाम के आसपास रिजार्ट में ठहरा दिया गया। जिससे किसी प्रकार का संकट न हो। मंगलवार सभी पहाड़ी रास्तों पर मलबा आ गया है। रास्ते बंद हो चुके हैं। इसके कारण पर्यटक फंस गए हैं।

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