नॉर्थ कोरिया में कोरोना का खतरनाक दृश्य देखा जा रहा है। पिछले 4 दिनों में वहां 8 लाख से अधिक केस सामने आए हैं, जबकि 42 व्यक्तियों की मौत हुई है। रविवार को वहां 15 व्यक्तियों ने जान गंवाई। वहीं, कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आँकड़ा 8,20,620 हो चूका है। बता दें कि नॉर्थ कोरिया में कोरोना का पहला मामला आने के बाद से लॉकडाउन लगा दिया गया है, बृहस्पतिवार को वहां कोरोना का पहला मामला आया था। उत्तर कोरिया बीते 2 वर्षों से कह रहा था कि उसके यहां कोरोना के कोई मामले नहीं हैं, मगर स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई हैं। वही हाल ही में नॉर्थ कोरिया की तरफ से खबर दी गई थी कि कोरोना का प्रकोप अप्रैल में राजधानी प्योंगयांग में आरम्भ हुआ था। तत्पश्चात, राजधानी में 15 और 25 अप्रैल को बड़े पैमाने पर सार्वजनिक समारोहों का आयोजन किया गया जहां ज्यादातर लोगों ने मास्क नहीं पहना था। दूसरी तरफ कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए तानाशाह किम जोंग उन ने इसे एक बड़ी आपदा बताया है। वहीं, उत्तर कोरिया में कोरोना का ये नजारा विश्वभर के लिए टेंशन बन गया है क्योंकि यहां की स्वास्थ्य सुविधा बेहद खराब है, जिसकी वजह से बड़े आँकड़े में लोग प्रभावित हो सकते हैं। वही एक्सपर्ट्स का कहना है कि यदि उत्तर कोरिया को टीकों, दवाओं तथा अन्य चिकित्सा आपूर्ति के बाहरी शिपमेंट तुरंत प्राप्त नहीं होते हैं तो उत्तर कोरिया को भारी मौत का सामना करना पड़ सकता है। दूसरी तरफ अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय सहायता कोशिशों का समर्थन किया है, मगर उत्तर के साथ अपनी वैक्सीन आपूर्ति साझा करने की योजना नहीं है। लॉस एंजिल्स: गर्भपात समर्थक अधिकारों के लिए हजारों लोगो ने रैली जी विश्लेषकों का दावा है कि यूक्रेन ने खार्किव की लड़ाई जीती पुतिन ने फिनलैंड को नाटो में शामिल होने पर दी चेतावनी, दावा- इससे रिश्तों को होगा नुकसान