नई दिल्ली: भारत में आतंकी मंसूबों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान ने जिस आतंकी को भेजा था, उसे सुरक्षाबलों ने मंगलवार को जम्मू कश्मीर के उरी से गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए आतंकी अली बाबर ने अब पूछताछ में बड़ा कबूलनामा किया है, जिससे एक बार फिर पाकिस्तान की नापाक साजिश का खुलासा हुआ है. पूछताछ में अली बाबर ने कबूला है कि वह पाकिस्तान से हथियारों की आपूर्ति करने भारत आया था. यही नहीं, अली बाबर ने पाकिस्तान की पोल खोलते हुए स्पष्ट कहा कि उसे भारत आने के लिए ISI ने रुपयों का प्रलोभन दिया था और पाकिस्तानी सेना ने प्रशिक्षण भी दिया था. उसने कहा कि, 'मुझे 20 हजार रुपये एडवांस मिले थे. इसके अतिरिक्त मेरे परिवार को 30 हजार रुपये दिए गए थे.' अली बाबर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मौजूद ओकारा का रहने वाला है. इसकी आयु महज 19 साल है. जानकारी के अनुसार, उसने पाकिस्तान के गढ़ी हबीबुल्लाह में आतंकी प्रशिक्षण लिया था. बाबर को पट्टन इलाके में हथियार पहुंचाने का काम मिला था. हालांकि, यह भी हो सकता है कि बाबर का काम केवल हथियार पहुंचाने तक सीमित ना हो और वह किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की योजना का हिस्सा हो. इससे पहले मंगलवार को सुरक्षाबलों ने बताया था कि आतंकी बेटे 10 दिन से उरी सेक्टर के पास मौजूद एक नाले में छिपा हुआ था. फिर इसे ढूंढकर जिंदा पकड़ा गया. सुरक्षाबलों ने बाबर को लश्कर ए तैयबा का आतंकी बताया है. उसके पास से AK-47 राइफल और चीन-पाकिस्तान निर्मित कई ग्रेनेड मिले हैं. अभियान के दौरान एक आतंकवादी मारा भी गया था, वहीं तीन भारतीय सैनिक जख्मी हो गए थे. चंद्रबाबू नायडू ने कहा- "3 लाख एकड़ से ज्यादा की फसल बर्बाद..." ABRSM ने कहा- "यूजीसी वेतनमान के तहत शिक्षकों की आयु..." 1 अक्टूबर से बदलेंगे कई बड़े नियम