नईदिल्ली। एक ओर जहां भारत में सुरक्षा बल आॅपरेशन आॅल आउट को अंजाम दे रहे हैं, दूसरी ओर आतंकी हाफिज सईद को नज़रबंदी से रिहा कर दिया गया है। पाकिस्तान के न्यायालय ने इस तरह का निर्णय दिया। पाकिस्तान के न्यायालय ने जो निर्णय दिया, उसके अनुसार हाफिज सईद की नज़रबंदी को समाप्त कर दिया गया। यह निर्णय भारत के मुंबई में हुए 26/11 हमले की वर्षगांठ के कुछ दिन पहले ही लिया गया था। जानकारी सामने आई है कि, पाकिस्तान सरकार भले ही हाफिज सईद को रिहा किए जाने को लेकर जो भी दलील दे लेकिन, उसके इन कदमों से स्पष्ट हो गया है कि, वह भारत में बढ़ने वाले इस्लामिक आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। उसकी धरती से आतंकी संगठनों के कैंप संचालित हो रहे हैं। इस मामले में रक्षा अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि, घाटी में आतंकवाद समाप्त करने के लिए, आॅपरेशन आॅल आउट चलाया जा रहा है। इस आॅपरेशन में आतंकी संगठनों के कई महत्वपूर्ण कमांडर मारे जा चुके हैं। ऐसे में आतंकियों की हिम्मत जवाब दे चुकी है जिसके कारण हाफिज सईद की नज़रबंदी को समाप्त कर भारत के प्रति, आतंकवाद बढ़ाने के लिए भेज दिया गया है। भारतीय सुरक्षा बल के अभियान से आतंकी मुश्किल में हैं। हालांकि, अब जबकि पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है ऐसे में आतंकी घुसपैठ आसान नहीं होगी, मगर हाफिज सईद की नज़रबंदी समाप्त हो जाने से आतंकियों को बल मिलेगा। दूसरी ओर, जम्मू कश्मीर को लेकर अपनाई गई धारा 370 को लेकर बात सामने आई है कि, घाटी में स्थायी शांति के लिए अनुच्छेद 370 को बिना किसी बहस के खत्म कर देना चाहिए। साथ ही आतंकियों का पूरी तरह से खात्मा कर देना चाहिए, और सोशल मीडिया पर लगाम लगाना चाहिए। मामले में दोषी ठहरा दिया जाता। हाफिज सईद की रिहाई पर राहुल ने की मोदी की आलोचना हाफिज सईद की रिहाई से अमेरिका आग-बबूला सोची में कुलभूषण जाधव पर सोचेंगे भारत पाकिस्तान सैनिक जो आतंकवादी की राइफल से करता था लूट