दिल्ली में बढ़ते कोरोना मामलों को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने बनाई ये नई रणनीति

नई दिल्ली: कोरोना महामारी ने पुरे देश में हड़कंप मचा रखा है, वही देश कि राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी को रोकने के लिए अब एक नई योजना बनाई गई है। ये नई योजना ‘टेस्ट ट्रैक एंड ट्रीट’ को लेकर बनाई गई है। दरअसल दिल्ली के उन क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन देने पर अधिक ध्यान दिया जाएगा जहां कोरोना महामारी का प्रभाव कम है अथवा जहां कोरोना के कम केस हैं। यहां बड़े स्तर पर टेस्टिंग भी करवाई जाएगी जिससे यदि यहां कोरोना का कोई भी केस आता है तो उसे शीघ्र से शीघ्र ट्रैक करके उपचार आरम्भ किया जा सके तथा बाकियों में फैलने से बचे।

बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस नई योजना पर चर्चा हुई तथा बताया गया कि ऐसे वार्ड जहां कोरोना की जांच के लिए टेस्टिंग तथा टीकाकरण कम हुआ है, अब उन पर अधिक ध्यान दिया जाएगा।दिल्ली के 276 वार्ड में से सरकार 129 वार्ड पर अधिक फोकस करेगी। ये 129 वार्ड वो हैं जहां 50 फीसदी अथवा उससे भी कम निवासियों में एंटीबॉडीज है मतलब ऐसे वार्ड जो कोरोना के लिए अधिक असुरक्षित हैं। एक स्वास्थ्य अफसर ने कहा कि ऐसे वार्डों में हम टेस्टिंग तथा टीकाकरण पर अधिक ध्यान देने वाले हैं।

कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मध्य केंद्रीय स्वास्थय मंत्रालय ने प्रदेशों को लेकर नई एडवाइजरी जारी की है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने टेस्ट, ट्रैक तथा ट्रीट सिस्टम को प्रभावी ढंग से प्रदेशों को लागू करने को कहा है, जिससे संक्रमण पर लगाम लगाई जा सके। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में कोरोना के कुल केसों के 80।63 फीसदी केस महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात तथा छत्तीसगढ़ से सामने आ रहे हैं। केन्द्र सरकार ने प्रदेशों को देश के 10 बड़े राष्ट्रीय लैब तथा नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कन्ट्रोल के कांटेक्ट में रहने की सलाह दी है। यदि किसी भी प्रकार का कोई अलग केस आता है तो इन लैब से खबर लें।

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