नई दिल्ली: एक तरफ बढ़ रहा कोरोना का कहर अब इतना बढ़ चुका है. कि हर तरफ केवल तवाही का मंज़र देखने को मिल रहा है. वहीं हाल ही में कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने रविवार को जनता कफ्र्यू के लिए पीएम की अपील का समर्थन कर दिया है. जंहा उन्होंने खुद भी यह अपील मानने की बात बोली है. वहीं हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि पीएम मोदी ने कोरोना से मुकाबले के लिए किसी कार्रवाई की बात नहीं बता सके. गौरतलब है कि गत दिवस पीएम ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में रविवार को जनता कफ्र्यू का आहान किया था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार थरूर ने कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण में कार्रवाई का वादा नदारद था. बहुत सारे लोग परेशान हैं. मांग नीचे जा रही है, पर्यटन उद्योग बदहाल है. जंहा यह भी कहा जा रहा है कि दिहाड़ी मजदूरों के सामने अभूतपूर्व संकट है. देश में अर्थव्यवस्था को बल देने की जरूरत है. थरूर के मुताबिक देश के लोगों को एक साथ आने की जरूरत है, क्योंकि वायरस किसी राजनीतिक दल को नहीं देखेगा. प्रधानमंत्री ने पूरे देश की एकजुटता की जो अपील की है वह सही है. जनता कफ्र्यू इसी का एक तरीका है. रविवार इसके लिए सबसे आसान दिन है. समय कम है, तेज काम करना होगा: वहीं इस बात का पता चला है कि एक अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने बीते शुक्रवार यानी 20 मार्च 2020 को कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग केवल नैतिक उपदेशों से नहीं जीता जा सकता है. वहीं लाकडाउन इसका एकमात्र समाधान है. लेकिन चिदंबरम ने भी पीएम द्वारा बताए गए कदमों का समर्थन किया है. उन्होंने कहा, पीएम को सामाजिक और आर्थिक कदम उठाने होंगे तथा बिना समय गंवाए साहसिक फैसले लेने होंगे. चिदंबरम ने कहा, कल मुझे लगा कि प्रधानमंत्री हालात जांच रहे हैं. कोरोना को लेकर इमरान ने रोया दुखड़ा तो मोदी ने किया यह काम कोरोना के कहर से घुटनों पर आया पाकिस्तान, इमरान खान ने लोगों से की ये अपील कोरोना वायरस से बेफिक्र है स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, बैठकों और कार्यक्रमों का बन रहे हिस्सा