इंदौर: इस समय कोरोना वायरस के बढ़ते मामले सभी को हैरानी में डाल रहे हैं. हर कोई इससे बचने के लिए अपने अपने घरों में कैद है. ऐसे में कोरोना वायरस को फैलने ना देने के लिए इंदौर जिला कोर्ट में पहली बार ऐसा हुआ कि अपर सत्र न्यायाधीश ने घर से ही वर्चुअल कोर्ट लगाते हुए सुनवाई की. जी हाँ, मिली जानकारी के मुताबिक़ इसके लिए पक्षकार के वकील और शासकीय अधिवक्ता को लिंक जारी की गई. वहीं आदेश भी कम्प्यूटर पर पारित कर पीडीएफ फॉर्मेट में सीआईएस सॉफ्टवेयर में अपलोड किया और अपर सत्र न्यायाधीश समरेश सिंह ने यह ई-सुनवाई की. इस सुनवाई में आए चारों प्रकरण जमानत के अत्यावश्यक प्रकृति के मामलों से संबंधित थे और शासकीय अधिवक्ता दिनेश हार्डिया ने बताया इन मामलों में जमानत आवेदन जिला न्यायालय में ई-मेल के जरिए पेश हुए. आप सभी को बता दें कि ई-मेल से ही संबंधित थाने से कैफियत रिपोर्ट, केस डायरी तलब की गई और यह भी कोर्ट के ई-मेल आईडी पर प्राप्त हुई. वहीं केस डायरी में कैफियत रिपोर्ट की प्रति शासकीय अधिवक्ता को पूर्व में ही दे दी थी और कोर्ट ने ई-कमेटी द्वारा प्रदाय किए गए वीडियो मोबाइल एप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की. जी दरअसल कुछ समय पहले जिला न्यायालय इंदौर मे एक कोर्ट मुन्शी द्वारा कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद सम्बन्धित न्यायलयो मे केस डायरी को पेश किया गया था जिससे समस्त बाबूओ, स्टेनो एवम न्यायाधीश महोदय को कोरोना कोरोना वायरस का खतरा बना हुआ था. वह इसलिए क्योकि केस डायरी हर व्यक्ति के हाथों से होकर गुजरती है और ऐसी स्थिति मे जिला न्यायालय मे सभी मे कोरोना होने का खतरा बना हुआ देखा गया. अब इसी खतरे के हल के लिए वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के द्वारा केस डायरी ओर आवेदनो का अवलोकन किया जा रहा है. वैसे जिला न्यायालय इंदौर ने पहली बार इस प्रकार की कार्यवाही की है जो सराहनीय है. भारत में ठीक हो रहे हैं 96% मरीज, तो क्या जल्द खत्म हो सकता है कोरोना वायरस? फ्रांस में गिरा मौत का आंकड़ा, 1 माह बाद मिली राहत की उम्मीद मालेगांव में 'खाकी' को शिकार बना रहा कोरोना, अब तक 47 पुलिसकर्मी संक्रमित