भोपाल: कांग्रेस की सरकार को मध्य प्रदेश की सत्ता से हटे 1 साल होने जा रहा है, लेकिन कर्जमाफी के मुद्दे पर भाजपा गवर्नमेंट का स्टेंड अभी तक क्लीयर नहीं हो पाया है। विधानसभा में बजट सत्र के बीच बुधवार को कर्जमाफी के मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा होने लगा है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने कर्जमाफी के प्रश्न पर कहा कि किसानों की कर्ज माफी का वादा भाजपा ने नहीं किया था। ये वादा कांग्रेस ने किया था तो जवाब भी कांग्रेस से ही लिया जाने वाला है। उनके इस जवाब के उपरांत सदन में जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआइट कर दिया। कांग्रेस विधायकों के हंगामें के कारण सदन की कार्रवाई को दस मिनिट के लिये स्थगित कर दिया गया। कांग्रेस के विधायक कृषि मंत्री के जवाब से अंसतु्ष्ट थे। कांग्रेस विधायकों ने बोला कि सरकार आखिर ये क्यों नहीं बता रही कि भविष्य में किसान कर्ज माफी योजना लागू रहने वाली है यह नहीं। क्योंकि खुद सरकार ये बात विधानसभा में स्वीकार कर चुकी है कि 26 लाख कृषकों का कर्जा माफ किया गया और बचे हुये 16 लाख किसानों का कर्ज माफ होना बाकी है। कर्जमाफी का वादा हमारा नहीं था: जंहा इस बात का पता चला है कि सदन में कृषि मंत्री कमल पटेल ने कर्जमाफी के प्रश्न पर जवाब देते हुए बोला कि ‘कर्जमाफी हमने नहीं की थी। कांग्रेस ने की थी। तो इस प्रश्न का जवाब भी कांग्रेस ही दे, कि उन्होंने क्यों नहीं कर्जमाफी की। हमने कोई वादा नहीं किया था। कांग्रेस ने और कमल नाथ ने पाप किया। को-ऑपरेटिव सोसायटी को पूरी तरह से तबाह कर दिया गया है। कृषकों को कर्जा उनके ही खाते से माफ कराया जो थोड़ा बहुत कर्जा माफ कराया।’ कर्जमाफी को लेकर कांग्रेस का पलटवार: रिपोर्ट्स के अनुसार कृषि मंत्री कमल पटेल के कर्जमाफी वाले बयान पर कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री प्रियव्रत सिंह ने बोला कि ‘ सच बात ये है कि सरकार अब किसान कर्ज माफी नहीं करना चाहते है। लेकिन इस बात को सदन के रिकॉर्ड में कहने से बचना चाह रहे है। गवर्नमेंट से कर्जमाफी को लेकर अब तक पचास सवाल पूछे जा चुके हैं मगर सभी के जवाब में एक लाइन आई कि सूचना को इक्कठा किया जा रहा है।’ कटी गर्दन लेकर थाने पहुंचा शख्स, पूछताछ में सामने आया हैरान कर देने वाला सच ब्रिक्स संपर्क समूह ने आर्थिक और व्यापार मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए पहली बैठक का किया आयोजन नागपुर में लॉकडाउन लगाए जाने पर बोले भाजपा नेता- इससे अच्छा तो जुर्माना बढ़ा देते...