ऑस्ट्रेलियाई ओपन के बीच मेलबर्न पार्क पर रूस और बेलारूस के राष्ट्रध्वजों पर प्रतिबंध भी लगाया है। वर्ष के पहले ग्रैंडस्लैम के पहले दिन कुछ दर्शक इन्हें लेकर आ गए थे। आम तौर पर मेलबर्न पार्क पर मैचों के दौरान ध्वज दिखाए जा चुके है। टेनिस ऑस्ट्रेलिया ने हालांकि यूक्रेन पर सैन्य हमले के कारण इन दोनों देशों के लिए वह नीति को पूरी तरह से चेंज कर दिया है। टेनिस आस्ट्रेलिया ने एक बयान में बोला है कि, ‘हमारी मूल नीति यह है कि प्रशंसक ध्वज लेकर आ सकते हैं लेकिन उनका उपयोग व्यवधान पैदा करने के लिए नहीं कर सकते।' इसमें बोला गया है, ‘कल कोर्ट के पास एक ध्वज पाया गया। हम खिलाड़ियों और प्रशंसकों के साथ मिलकर सर्वश्रेष्ठ माहौल देने के लिए पूरी प्रयास भी करने वाले है।' यूक्रेन की खिलाड़ी कैटरीना बेंडल की रूस की खिलाड़ी कामिला राखिमोवा पर जीत के उपरांत एक रूसी ध्वज दिखाया जा चुका है। जिसके साथ साथ सोमवार को रूसी खिलाड़ी दानिल मेदवेदेव की जीत के उपरांत उनसे आटोग्राफ के लिए रूसी ध्वज आगे भी किया गया था। इस प्रतिबंध के बारे में पूछने पर बेलारूस की खिलाड़ी एरिना सबालेंका ने बोला है कि खेल को राजनीति से अलग रखना चाहिए लेकिन वह टेनिस ऑस्ट्रेलिया के फैसले को भी समझ रही है। सबालेंका रूस और बेलारूस के उन खिलाड़ियों में से है जिन्हें विम्बलडन, बिली जीन किंग कप और डेविस कप में पिछले साल खेलने नहीं दिया गया। रूस ने बेलारूस की मदद से बीते वर्ष फरवरी में यूक्रेन पर हमला किया था। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ ODI सीरीज से पहले भरत को बड़ा झटका, श्रेयस अय्यर टीम से बाहर टेस्ट रैंकिंग में टीम इंडिया का दबदबा, ऑस्ट्रेलिया को पछाड़कर बनी नंबर-1 इंडिया ओपन को लेकर आई बड़ी खबर, इन खिलाड़ियों के बीच होगा कड़ा मुकाबला