पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र के चलते इन दिनों खूब राजनीतिक रंग नजर आ रहे हैं। भूमि से संबंधित एक मामले में चर्चा के चलते एकमा से राजद MLA श्रीकांत यादव का सदन में दर्द छलक उठा। उन्होंने अपनी ही सरकार के अधिकारीयों पर सवाल उठाते हुए कहा कि अंचलाधिकारी उनकी सुनते नहीं हैं। दरअसल, जमीन से जुड़े एक मामले में विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने राजद MLA श्रीकांत यादव से कहा कि आप भी कोशिश करें कि अंचलाधिकारी (सीओ) जल्दी से काम करा दें। जिससे, सारण के लहलादपुर प्रखंड में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग का कार्यालय खुल सके। इस पर MLA ने अध्यक्ष से कहा दिया कि सीओ हम लोगों की सुनते ही नहीं हैं। श्रीकांत यादव ने सवाल किया था कि उक्त प्रखंड में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग का अपना दफ्तर नहीं होने से विभागीय कार्यों के क्रियान्वयन में दिक्कत होती है। इस पर प्रभारी मंत्री कुमार सर्वजीत ने जवाब दिया कि कार्यालय भवन बनाने के लिए भूमि का ब्योरा वहां के सीओ से मांगा गया है। भूमि का प्रबंध होने के पश्चात् भवन का निर्माण कराया जाएगा। MLA गोपाल रविदास के सवाल पर राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता ने कहा कि अंचलाधिकारी की कमी को देखते हुए राजस्व अफसर को दाखिल-खारिज एवं अन्य अधिकार दिए गए हैं। सीओ की स्थायी व्यवस्था तीन माह में हो जाएगी। प्रभारी मंत्री कुमार सर्वजित ने कहा कि सात निश्चय-2 के तहत यह फैसला लिया गया है कि पशुपालकों के घर पर पशु चिकित्सक जाएंगे तथा बीमार पशुओं का उपचार करेंगे। कांग्रेस ने लगाया शिवराज सरकार पर बड़ा आरोप, कहा- 'बिना रिश्वत के नहीं हो पा रही अनुकंपा नियुक्ति' पाकिस्तान और 'कांग्रेस' की भाषा एक जैसी क्यों हैं? 'मुगलों ने देश को कमजोर किया, कांग्रेस आज की नई मुग़ल', CM सरमा ने दिया बड़ा बयान