वाशिंगटन: ईसाई समुदाय के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने एक हैरतअंगेज़ सच्चाई को पूरी दुनिया के सामने स्वीकार किया है। उन्होंने माना है कि पोर्नोग्राफी का प्रभाव इतना अधिक बढ़ चुका है कि कई पादरी और नन भी इसकी चपेट में आ चुके हैं। पोप ने स्वीकार किया है कि बड़ी तादाद में पादरी और नन भी पोर्न देखते हैं। वेटिकन सिटी में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में सवालों के जवाब देते हुए 86 साल के पोप फ्रांसिस ने स्वीकार किया कि सोशल मीडिया पर पोर्नोग्राफी का प्रभाव इतना बढ़ गया है कि पादरी और नन भी इससे नहीं बचीं हैं। पोप फ्रांसिस ने कहा कि कई नन पोर्न देखती हैं, मगर उन्होंने साथ ही धार्मिक क्षेत्र से जुड़े लोगों से इससे बचने की चेतावनी देते हुए, इसे ईसाईयत के खिलाफ करार दिया है। इस सत्र के दौरान पोप ने मौजूद पादरियों और धर्म के क्षेत्र से संबंधित अन्य लोगों से कहा है कि, 'पोर्नोग्राफी एक बीमारी की तरह है, जिसने पादरियों और ननों को भी अपनी चपेट में ले रखा है। हमारे जीवन में शैतान अब इसके जरिए प्रवेश कर रहा है।' सोशल और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र को लेकर पोप ने कहा कि, 'यदि इन पर वक़्त बिताना भी है, तो कम से कम समय बिताएं। जो दिन भर जीसस की शरण में होने की बात करते हैं वह यह पोर्न की जानकारी नहीं ले सकते हैं।' 'ऐसा ब्रिटेन बनाऊंगा, जहाँ हमारे बच्चे-पोते दीप जला सकें..', ऋषि सुनक का दिवाली सन्देश ऋषि सुनक से मिलने पहुंची कनिका कपूर, कही ये बात शिया दरगाह पर 'इस्लामिक स्टेट' का हमला, 15 मुस्लिमों की मौत, 40 घायल