जालंधर: जालंधर के पॉश इलाके में सोने की किटी डालने का झासा देने वाली कंपनी करोड़ों की ठगी कर अपना बोरिया बिस्तर बांधकर भाग निकली. कंपनी अपने कस्टमर को अमेरिका तक के टूर पर भेजती थी ताकि कस्टमर का उन पर भरोसा बना रहे. कंपनी के विभाग पर मंगलवार को ताला लगाकर फरार हो गई, और कस्टमर का जमावड़ा देर शाम तक बढ़ा दिया गया. जिसके बाद जानकारी मिली कि कंपनी ने पंजाब में कई स्थानों पर कार्यालय खोल रखे थे, सब पर ताला लगा दिया गया है. कंपनी कस्टमर से कहती थी कि अगर उनके पास कोई किटी डालता है तो वह 11 महीने तक किश्त क्लाइंट से लेने वाले है और 12वीं किश्त वह जेब से डालने वाले है. कस्टमर को उतनी कीमत का सोना दिया जाएगा. जिसके बाद कस्टमर की लंबी फेहरिस्त मान गई और विभाग में निवेश करने वालों का तांता बढ़ गया. जंहा इस बात का पता चला है कि गुरमिंदर सिंह, गगनदीप व रणजीत सिंह ने विज पावर के नाम से कंपनी शुरू की गई थी. कुछ ही समय में लोगों पर इस कंपनी का इतना भरोसा बन गया था कि कई लोग 5-5 लाख रुपये की किश्त महीने में दी जाने वाली थी. 11 महीने के उपरान्त उनको 60 लाख का सोना या कैश दिया जाता था. एक स्कीम भी कंपनी शुरू कर दी थी. जिसमे अगर कोई ग्राहक आगे तीन क्लाइंट लाकर देता है तो वह उसको विदेश टूर करवाने वाले थे. बहुत से लोगों को अमेरिका व कनाडा तक की सैर कंपनी की तरफ से करवाई जा चुकी थी. वहीं इस बात का खुलासा हुआ है कि लॉकडाउन के बाद कंपनी में इन्वेस्ट कम हो गया था. जिससे पहले कि लोगों को असलियत की पहचान हो सके, कंपनी संचालकों ने अपना बोरिया बिस्तर समेटा और भाग गए. पुलिस का अनुमान है कि कंपनी के संचालक 50 करोड़ से अधिक की राशि समेटकर ले गए हैं. एसीपी मॉडल टाउन हरविंदर गिल का कहना है कि पुलिस मुद्दे की जांच कर रही है. जंहा बीते मंगलवार रात को कंपनी के दो वर्कर को लोगों ने खुद ही मॉडल टाऊन से दबोच लिया और पुलिस की हिरासत में दे दिए गए. कोरोना पॉजिटिव मिले आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री, उनकी पत्नी और बेटी आंध्र प्रदेश में बनेंगे कोरोना जांच के लिए सैंपुल कलेक्शन काउंटर आंध्र प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला, कोरोना से मरने वाले के अंतिम संस्कार में दिए जाएंगे इतने रुपए