भोपाल: कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए मध्यप्रदेश के भोपाल की एक युवा विज्ञानी ने कोरोना संक्रमण की पहचान करने के लिए रिस्ट बैंड बनाया है। यह बैंड बॉडी के किसी भी अंग की सतह पर चिपके कोरोना संक्रमण की पहचान कर लेगा। संक्रमण की पहचान करते ही बैंड में रेड एलईडी जलने के साथ ही अलार्म बजने लगेगा। जो आपको सचेत करेगा कि आपकी बॉडी की सतह पर वायरस है। सैनिटाइज करने पर संक्रमण के समाप्त होते ही अलार्म बंद हो जाएगा। वही यह नवोन्मेष बरकतउल्ला विश्वविद्यालय (बीयू) के भौतिकी विभाग की सहायक प्राध्यापक एवं युवा विज्ञानी डा. रेनु चोइथरानी ने किया है। डा. चोइथरानी का दावा है कि देश में इस प्रकार का प्रथम नवोन्मेष है, जिसे पूरा करने में लगभग डेढ़ वर्ष का वक़्त लगा है। इसे भारत सरकार के पेटेंट दफ्तर ने प्रमाणित किया है। इसे बनाने में 2,200 से 2,400 रुपये का खर्च आया है। इसके साथ ही डा. चोइथरानी ने कहा कि बैंड में बायो सेंसर लगे हैं, जो कि कोरोना संक्रमण के सभी वैरिएंट की पहचान कर लेते हैं। बैंड में लगे नैनो सेंसर के माध्यम से बायो सेंसर संक्रमण को पहचानने का काम करता है। सेंसर संक्रमण के फिजियो केमिकल कंपाउंड की पहचान तथा शरीर के तापमान का मापन कर संक्रमण का पता कर लेता है तथा उसमें लगी लाल एलईडी जलने के साथ ही अलार्म बजने लगता है। 85 साल बाद भोपाल पहुंची महिला हॉकी टीम की वीरांगनाएं, CM ने दिए लाखों रुपए राजपूतों के खिलाफ विवादित बयान देकर फंसे रामेश्वर शर्मा UPSC Results: कोई भोपाल से तो कोई सनावद से, MP के इन धुरंधरों ने मारी बाजी