इस्लामाबाद: पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसी ISI के पूर्व प्रमुख असद दुर्रानी ने कहा है कि हाफ़िज़ सईद के खिलाफ क़ानूनी कार्यवाही करना पाकिस्तान के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है. दरअसल, दुर्रानी ने भारतीय सुरक्षा एजेंसी RAW पूर्व प्रमुख एएस दुलत के साथ 'स्पाई क्रॉनिकल्स:रॉ, आईएसआई एंड द इलूजन ऑफ पीस' नमक एक किताब लिखी है, जिसमे उन्होंने यह दावा किया है. उन्होंने अपनी किताब में कहा है कि अगर सईद पर मुकदमा चलता है तो पहली प्रतिक्रिया यह होगी कि भारत के दबाव में ऐसा हो रहा है, लोग उसके पीछे पड़े हैं, वह निर्दोष है और इसका राजनीतिक खामियाजा बहुत बड़ा होगा. दुर्रानी ने अपनी किताब में लिखा है कि , हाफ़िज़ को अदालत ले जाया गया जबकि उसके खिलाफ कुछ भी सबूत नहीं है. ऐसा भी हो सकता है कि उसे हिरासत में इसलिए लिया गया ताकि बवाल थम जाए, क्योंकि वह छह महीने के अंदर वह बाहर आ सकता था. जब दुर्रानी से पूछा गया क्या सईद को हिरासत में लिए जाने से भारत-पाक रिश्तों में कोई सुधार आएगा? इस पर दुर्रानी ने कहा, भारत-पाकिस्तान के मोर्चे पर कुछ सकारात्मक होने की संभावना फिलहाल कम है. हालांकि उस सरकार को थोड़ी राहत जरूर मिलेगी जो हमेशा दबाव झेलती रही हो. आपको बता दें कि मुंबई बम ब्लास्ट के मुख्य आरोपी हाफ़िज़ सईद को वैश्विक आतंकी घोषित कर रखा है जिसे पिछले साल जनवरी से नवंबर तक नजरबंद किया गया था. गिलगिट-बाल्टिस्तान पर है ना' पाक नज़र आईएसआई चीफ को पाक सेना ने भेजा समन पाकिस्तान ने नकारे अमेरिका के आरोप