नई दिल्ली: आज मंगलवार (19 मार्च) को कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की अहम बैठक हुई और आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी के घोषणापत्र पर गहन विचार-विमर्श किया गया, जिसकी तारीखों की घोषणा शनिवार को की गई थी। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे। यह बैठक दिल्ली स्थित एआईसीसी मुख्यालय में आयोजित की गई। घोषणापत्र समिति के प्रमुख पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने पहले कहा था कि मसौदा रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपी जाएगी और कांग्रेस कार्य समिति इस पर चर्चा करेगी। खड़गे ने सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि घोषणा पत्र का मसौदा तैयार करने के लिए चिदंबरम जी की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है। खड़गे ने कहा, इस समिति ने देश के विभिन्न हिस्सों में व्यापक विचार-विमर्श किया और 6 मार्च, 2024 को मुझे एक मसौदा सौंपा। उन्होंने कहा कि सुझाव और टिप्पणियाँ एक ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से भी मांगी गई थीं, जिसे "आवाज़ भारत की" नाम दिया गया था। उन्होंने कहा, "घोषणापत्र में जो भी वादा किया गया है, उसे सख्ती से लागू किया जाएगा। घोषणापत्र में वादे करने से पहले यह सुनिश्चित करने के लिए गहन विचार-विमर्श किया गया है कि ये वादे कार्यान्वयन योग्य हैं।" उन्होंने कहा कि इसी तथ्य के कारण 1926 से ही कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र को "विश्वास और प्रतिबद्धता का दस्तावेज" माना जाता रहा है। हाल ही में समाप्त हुई भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर बोलते हुए उन्होंने कहा, "मुंबई हमारे लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है क्योंकि हमारी पार्टी का गठन यहीं हुआ था। स्वतंत्रता आंदोलन को 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के साथ अंतिम गति मिली। ये सिर्फ राजनीतिक यात्राएं नहीं थीं बल्कि हमारे राजनीतिक इतिहास में सबसे बड़े जन संपर्क आंदोलन के रूप में जानी जाएंगी। कोई भी इस तथ्य को नजरअंदाज नहीं कर सकता कि हमारे समय में किसी ने भी इतना बड़ा अभियान नहीं चलाया है। ये दोनों यात्राएं लोगों के मुद्दे को राष्ट्रीय केंद्र स्तर पर ले जाने में कामयाब रहीं।'' उन्होंने कहा, "यात्रा के दौरान, मैंने और राहुल जी दोनों ने कई सार्वजनिक रैलियों को संबोधित किया, जिसमें हमने यात्रा के पांच स्तंभों - किसान न्याय, युवा न्याय, नारी न्याय, श्रमिक न्याय और हिस्सेदारी न्याय के तहत अपनी गारंटी और प्रतिबद्धताओं के बारे में बात की।" कांग्रेस नेता ने कहा कि पिछले दो महीनों में कुल 25 गारंटियों - 5 न्यायों के लिए 5-5 गारंटियों की घोषणा की गई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, "जहां तक इन गारंटियों का सवाल है, राहुल जी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के माध्यम से अपना अधिकतम प्रयास किया है। लेकिन आने वाले दिनों में, हमें यह बताना होगा कि अगले 5 वर्षों के लिए हमारी प्राथमिकताएं, नीतियां और कार्यक्रम क्या होंगे।" CWC सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "मुझे यकीन है कि अब तक आप सभी इन वादों से अवगत हो गए होंगे। उनमें से अधिकांश घोषणापत्र के मसौदे से ही लिए गए हैं।" उन्होंने कहा, ''मैं चिदम्बरम जी से अनुरोध करूंगा कि वे हमें घोषणापत्र के मसौदे का विस्तृत विवरण दें।'' कांग्रेस प्रमुख ने कहा, "उनकी प्रस्तुति के बाद, हम आपस में एक संक्षिप्त चर्चा करेंगे। हम आपकी टिप्पणियों के आधार पर घोषणापत्र को अंतिम रूप देंगे और उसके बाद इसे जारी करेंगे। मैं राहुल जी से भी अनुरोध करूंगा कि वे चर्चा के दौरान अपना हस्तक्षेप करें।" उन्होंने कहा, "देश उत्साहपूर्वक बदलाव की मांग कर रहा है। मौजूदा सरकार जिन गारंटियों का ढिंढोरा पीट रही है, उनका हश्र 2004 के "इंडिया शाइनिंग" नारे जैसा ही होगा।" खड़गे ने कहा, "यह सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है कि हमारे घोषणापत्र को विभिन्न राज्यों में व्यापक प्रचार मिले और हमारी प्रतिबद्धता देश भर के हर घर और बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचे।" एक्स पर एक पोस्ट में खड़गे ने कहा, 'कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) ने आज कांग्रेस घोषणापत्र पर गहन विचार-विमर्श किया।' उनके पोस्ट में कहा गया, 'देश उत्साहपूर्वक बदलाव की मांग कर रहा है।' बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 सात चरणों में होंगे, जो 19 अप्रैल से शुरू होकर 1 जून को समाप्त होंगे। परिणाम 4 जून को घोषित किए जाएंगे। रतलाम संसदीय सीट पर नए चेहरे को मौका देगी कांग्रेस ! सावधान! 1 जुलाई से पोर्ट नहीं करवा सकेंगे सिम? जानिए नया नियम ब्रिटेन में डॉक्टर्स की किल्लत ! भारत से बुलाए जा रहे 2000 चिकित्सक