कोलकाता: कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में बलात्कार एवं हत्या के मामले में CBI निरंतर तहकीकात कर रही है। इस बीच, पीड़िता के पिता ने CBI की पारदर्शिता पर बयान दिया। उन्होंने कहा, “CBI अपना काम कर रही है, हम इस जांच के बारे में कुछ नहीं कह सकते। जो भी इस हत्या से किसी न किसी प्रकार से जुड़ा है या जो सबूतों के साथ छेड़छाड़ में सम्मिलित है, उनकी जांच हो रही है। प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टर दर्द के साथ विरोध में बैठे हैं। वे मेरे बच्चों जैसे हैं, उन्हें देखकर हमें भी दर्द होता है। जिस दिन दोषियों को सजा मिलेगी, उस दिन हमारी जीत होगी।” उन्होंने आगे कहा कि प्रिंसिपल संदीप घोष के खिलाफ वर्ष 2021 में भी कई आरोप लगाए गए थे। यदि सीएम ने उस वक़्त घोष के खिलाफ कार्रवाई की होती, तो आज मेरी बेटी जिंदा होती। तहकीकात में दावा किया गया है कि मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य घोष ने चिकित्सालय परिसर में घटना के कुछ घंटों बाद पुलिस को सूचना दी थी। इसके आधार पर इसमें कोई सांठगांठ हो सकती है, जिसका पर्दाफाश करने की आवश्यकता है। CBI का कहना है कि घोष ने प्रातः 10 बजकर तीन मिनट पर अभिजीत मंडल से बात की एवं दोपहर लगभग 1 बजकर 40 मिनट पर एक वकील से मुलाकात की। 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर का शव आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में मिला, तत्पश्चात, देशभर में विरोध प्रदर्शन आरम्भ हो गया। फिर कोलकाता पुलिस ने वहां काम करने वाले संजय रॉय को गिरफ्तार किया। घटना के पश्चात् से TMC सरकार एवं कोलकाता पुलिस कठघरे में आ गई है। देशभर में तनाव बढ़ता देख, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 13 अगस्त को मामला CBI को सौंप दिया। साजिश के तहत पटाखा फैक्ट्री में हुआ विस्फोट! पकड़ा गया बारूद जलाने वाला भूरे खान महाराष्ट्र में गणेश विसर्जन के दौरान पत्थरबाजी, राजस्थान में भी हुई हिंसक झड़प कोचिंग जा रही 15 वर्षीय हिंदू लड़की के साथ मोहम्मद आफताब ने किया रेप और...