लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गाजियाबद में ईसाई धर्मान्तरण का मामला प्रकाश में आया है। यहाँ एक कार्यक्रम के दौरान हिन्दू संगठनों ने पहुँच कर विरोध जताया है। हिन्दू संगठनों का इल्जाम है कि ईसाई मिशनरियों ने हिन्दुओं को धोखे से बुलाया और उन्हें धर्मान्तरित करने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर के कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। मौके से ईसाई मत से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए हैं। जमावड़े में कुछ विदेशी लोगों के भी मौजूद होने की जानकारी सामने आई है। फ़िलहाल मामले की छानबीन चल रही है। घटना रविवार (17 मार्च, 2024) की है। रिपोर्ट के अनुसार, यह मामला गाजियाबाद के थाना क्षेत्र कौशाम्बी का है। हिन्दू संगठन के सदस्यों ने इसकी शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने अपनी शिकायत में जानकारी दी है कि रविवार को कुछ बाहरी लोगों ने कौशाम्बी थानाक्षेत्र के निर्धन और मेहनतकश परिवारों के बीच ईसाई मत के प्रचार वाले पर्चे वितरित किए हैं। इन पर्चों में सबको एक जगह इकठ्ठा होने के लिए कहा गया था। इस जमावड़े की जानकारी विश्व हिन्दू परिषद (VHP) को भी मिली। VHP के कई कार्यकर्ता मौके पर पहुँचे तो वहाँ विदेशी नागरिकों समेत कई नाबालिग बच्चे भी उपस्थित मिले। VHP कार्यकर्ताओं का इल्जाम है कि कार्यक्रम स्थल पर हिन्दुओं को पैसों का भी प्रलोभन दिया जा रहा था। इन पैसों के बदले में उन्हें भ्रम फैलाने वाली सभी मज़हबी बातें लिखी किताबें पकड़ाई जा रहीं थी। हिन्दू संगठनों के हंगामे के कारण मौके पर पुलिस पहुँच गई। रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस को इस कार्यक्रम की पूर्व सूचना भी नहीं दी गई। पुलिस ने पहले विरोध कर रहे लोगों को समझा कर ठंडा करवाया। बाद में कार्य्रकम के आयोजकों को साथ ले कर थाने गई। स्टेज पर मौजूद लोगों में अमेरिका और कोरिया के कुछ नागरिक भी बताए जा रहे हैं। इसमें महिलाएँ भी शामिल थीं। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पुलिस पूछताछ कर रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस पर्चे में हेडलाइन में ‘यीशु की क़ुरबानी को याद करें’ लिखा हुआ था। नीचे बाइबिल के लूका 22:19 का हवाला दे कर लिखा था, “मेरी याद में ऐसा ही किया करना।” पर्चे के नीचे 24 मार्च 2024 को पार्क क्राउन बैंक्वेट हॉल कौशाम्बी में सभी को शाम 7:45 पर आने के लिए कहा गया है। आह्वान के साथ इस साल यीशु की मौत का स्मारक मनाने की भी घोषणा छपी हुई है। वहीं, एक दूसरे पर्चे में बाइबिल पर आधारित ख़ास भाषण छपा है। इसमें लिखा है, “मरे हुए फिर से जिन्दा होंगे। सपना नहीं, सच।” अधिक जानकारी के लिए jw.org नाम की वेबसाइट और उसका बारकोड भी अंकित है। इन सभी का कॉपीराइट अमेरिका के पेंसिल्वेनिया स्थित वॉच टॉवर बाइबल एंड ट्रैक्ट सोसाइटी के पास का बताया जाता है। बाँटे जा रहे अन्य पर्चों में ‘शैतान का शासन खत्म होने के बाद दुनिया कैसी होगी’ और ‘क्या मरे हुओं को दोबारा जीवन मिलेगा’ जैसे सवाल मौजूद हैं। फ़िलहाल इस मामले पर पुलिस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। पांचवे मामले में सपा नेता आज़म खान दोषी करार, कोर्ट ने सुनाई 7 साल जेल की सजा तमिलनाडु में भाजपा को मिल गया साथी, सीट बंटवारे पर भी हो गई बात ससुराल में बेटी ने किया सुसाइड, गुस्साए मायके वालों ने फूंक दिया घर