उज्जैन। नगर निगम के अधिकारी आज आयोजित एमआईसी की बजट बैठक में महापौर श्रीमती मीना विजय जोनवाल का पहली बार रौद्र रूप देखकर हक्का-बक्का रह गये । अधिकारियों द्वारा बिना समीक्षा किये वास्तविकता के विपरीत प्रस्तुत किये गये इस बजट में गलतियों का अम्बार देखकर महापौर ने अधिकारियों को जमकर लताड लगाते हुए निर्देश दिये कि वे अपने-अपने विभागों में जाए और बजट में आवश्यक संशोधन कर कल सुबह बैठक में प्रस्तुत करें। बैठक प्रांरभ होते ही चार अधिकारी कार्यपालन यंत्री श्री ओ.पी.गोयल,सहायक यंत्री श्री अरूण जैन तथा प्रभारी सहायक यंत्री श्री राजीव गायकवाड को ड्रेस कोड में नहीं आने पर उन्हें घर जाकर ड्रेस पहनकर आने के निर्देश दिये। स्वयं निगम आयुक्त ने भी महापौर के इस निर्देश का समर्थन करते हुये संबंधित अधिकारियों को अंतिम चेतावनी दी कि भविष्य में वे निर्धारित ड्रेस में ही बैठक में उपस्थित रहे। सम्पत्तिकर की निर्धारित लक्ष्य से मात्र 30 प्रतिशत ही वसूली होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये आगामी वर्ष में पहले दिन से ही वसूली में दिलचस्पी लेने के निर्देश दिये साथ ही आडिट विभाग द्वारा सम्पत्तिकर विभाग के विभिन्न कर्मचारियों द्वारा 86 रसीद कट्टे आडिट हेतु प्रस्तुत नहीं किये जाने संबंधी पत्र पर भी महापौर श्रीमती जोनवाल ने कडी नाराजगी व्यक्त करते हुये तीन दिवस में उक्त रसीद कट्टों का उपायुक्त श्री योगेन्द्र पटेल को जिम्मेदारी सौंपी । इसी प्रकार बाजार वसूली के लक्ष्य में भी 50 लाख रूपये की कमी अस्वीकार करते हुये गतवर्षानुसार ही 150 लाख रूपये रखने के साथ ही बाजार वसूली में हो रही अनियमितताओं को देखते हुये ठेले गुमटी वालों का डाटाबेस तैयार कर नम्बरिंग करने के निर्देश दिये। अमेरिका अपनी रक्षा पर करेगा अधिक खर्च, संघीय एजेंसियों को सौंपा बजट का ब्लू प्रिंट अब डॉक्टरों पर गिरेगी गाज, सरकार ला रही नया नियम