चेन्नई: बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात तूफान ने तमिलनाडु में तबाही मचा दी और इससे सबसे ज्यादा जिसे क्षति पहुंची है वो हैं किसान। हालांकि तूफान कमजोर हो चुका है और राज्य में उसका असर भी अब खत्म होने की कगार पर है लेकिन इस तूफान ने किसानों की फसलों को तहस नहस कर दिया। मध्यप्रदेश चुनाव: इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बिगड़ सकते हैं सियासी समीकरण वहीं बता दें कि तमिलनाडु में आए इस तूफान ने हजारों हेक्टेयर जमीन पर लगी फसल को बर्बाद कर दिया और कई किसानों की जिंदगी तबाह कर दी है। बता दें कि इस तूफान ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। यहां बता दें कि तबाही कितनी बड़ी मची है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है वहीं बता दें कि इस तबाही से पीड़ित अब तक 3 किसान ने आत्महत्या कर ली। ये आत्महत्याएं महज एक सप्ताह में की गयी हैं। पिता ने बेटी पर डाला खौलता तेल, रेप का झूठा मुकदमा दर्ज कराने का बना रहा था दबाव गौरतलब है कि इन घटनाओं पर गौर करें तो बीते शनिवार को तमिलनाडु के पुड्डुकोत्तई जिले के रहने वाले 45 साल के किसान ने खुदकुशी कर ली। वहीं जगहीय लोगों की माने तो तिरुचेलवम नारियल की खेती करते थे और उनकी करीब 25 एकड़ जमीन की फसल बर्बाद हो गयी। जिससे परेशान होकर उन्होने अपनी जान देना बेहतर समझा। वहीं गाजा के आतंक और उसके हमले से 5 एकड़ जमीन बर्बाद होने के बाद 58 साल के सुंदरराज ने 22 नवंबर को अपनी जान दे दी। खबरें और भी उत्तर भारत में बर्फबारी, 10 डिग्री पहुंचा रात का पारा फ़ारूक़ अब्दुल्ला का सवाल, जब राम विश्व के भगवान् हैं तो मंदिर सिर्फ अयोध्या में ही क्यों ? सहारनपुर में ढहा निर्माणाधीन पुल, दो मजदुर दबकर मरे कई घायल