देश का आम बजट पेश हो चूका है. बजट पर प्रतिक्रियाएं भी आना शुरू हो गई है. इसी क्रम में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्विटर पर कहा गरीब, किसान, मजदूर को निराशा, बेरोजगार युवाओं को हताशा, कारोबारियों, महिलाओं, नौकरीपेशा और आम लोगों के मुँह पर तमाचा. ये जनता की परेशानियों की अनदेखी करने वाली अहंकारी सरकार का विनाशकारी बजट है. आखिर बजट में भी भाजपा ने दिखा दिया कि वो केवल अमीरों की हिमायती है. अब जनता जवाब देगी. बजट जुडी बड़ी बातें. नौकरीपेशा मध्यमवर्ग को बजट में कोई राहत नहीं मिली. वित्त मंत्री ने मोबाइल, टीवी पर कस्टम ड्यूटी बड़ी. वहीं इनकम टैक्स में कोई बदलाव नहीं किया है. भारत 2500 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था है. कृषि बाजारों के विकास के लिए 2000 करोड़ रुपये का कोष स्थापित. ऑपरेशन ग्रीन के लिए 500 करोड़ रुपये का आवंटन किया जाएगा. स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बड़े काम. स्वास्थ्य के लिए आयुषमान भारत योजना. देश को तोहफा 40 % आबादी का हेल्थ बिमा नमामि गंगे योजना के तहत गंगा सफाई के लिए 187 योजनायें. किसानों को MSP का पूरा लाभ मिलेगा. 2 हजार करोड़ के कृषि बाजार का गठन किया गया है. दो करोड़ शौचालय बनाये जायेंगे. नए ग्रामीण रोजगार के लिए 5750 करोड़ रुपए कि योजनाए. शिक्षा के लिए बड़े कदम उठाये गए है. 20 लाख गरीब बच्चों को प्राथमिक शिक्षा का प्रावधान होगा. बांस उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए 1290 करोड़ रुपए का बांस मिशन के लिए आवंटन. पीएम आवास योजना के तहत हर गरीब को घर मिलेगा. 51 लाख घर बनाये जायेंगे. RBI एक्ट में संशोधन जो एक अप्रैल से लागु होगा. बजट में किये गए प्रमुख एलान बजट 2018: लघु-मध्यम उद्योग और युवाओं को मिला फायदा बजट 2018: 100 स्मारकों को बनाया जाएगा आदर्श