उज्जैन। शहर के महाकालेश्वर मंदिर में 18 फरवरी को महाशिवरात्रि पावन पर्व पर दूल्हा बने भगवान महाकाल के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को प्रातः साढ़े 4 बजे से प्रवेश प्रारम्भ कर दिया जाएगा। इसके लिए कल 18 फरवरी की सुबह ढाई बजे से मंदिर के पट खोल दिए जाएँगे और यह 19 फरवरी की रात तक सतत खुले रहेंगे। महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व की तैयारियां लगभग पूर्ण हो चुकी है। इस बार करीब 10 लाख भक्तों के आने का अनुमान लगाकर तैयारियां की गई है। गत वर्ष से करीब 3 गुना श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए इस बार महाशिवरात्रि पर भगवान के दर्शनों का सिलसिला एक घंटे पहले शुरू करने का निर्णय लिया गया है। मंदिर समिति के पदाधिकारियों के अनुसार महाशिवरात्रि हेतु कल 18 फरवरी की सुबह ढाई बजे से मंदिर के पट खोल दिए जाएँगे। रात में महानिशाकाल का पूजन होगा। इसके बाद भस्मारती होगी ,आरती के पश्चात अलसुबह साढ़े 4 बजे से भक्तों का मंदिर में प्रवेश कर दिया जाएगा। हर वर्ष की तरह इस बार भी महाशिवरात्रि के दूसरे दिन भगवान महाकाल की प्रतिदिन साढ़े 4 बजे होने वाली भस्मारती 19 फरवरी को दोपहर 12 बजे होगी। इस दिन महाँकाल भगवान का सेहरा सजाया जाएगा। इसमें सवा मन फूलों और फलों से भगवान का सेहरा सजेगा और इसके पश्चात श्रंगार दर्शन शुरू कर दिये जाएँगे। सुबह 10 बजे तक भक्त भगवान महाकाल के सेहरा सजे स्वरूप के दर्शन कर सकेंगे और उसके बाद दोपहर की भस्मारती की तैयारी शुरू हो जाएगी। 12 बजे भस्मारती होगी और शाम साढ़े 4 बजे से एक बार फिर भक्तों को भगवान के दर्शन के लिए प्रवेश आरंभ कर दिया जाएगा। अब सालभर मिलेंगे रुद्राक्ष, पंडित प्रदीप मिश्रा ने किया बड़ा ऐलान कुबेरेश्वर धाम में हुई 2 महिला और 1 बच्चे की मौत 'बागेश्वर धाम में जिसकी आस्था हो वो जाएं, लेकिन', जेपी नड्डा का आया बड़ा बयान