ओसामा को पकड़ाने वाला डॉक्टर 2011 से जेल में

इस दशक के सबसे कुख्यात आतंकवादी सरगना ओसामा बिन लादेन को पकड़ने में अमेरिका की मदद करने वाला डॉक्टर शकील अफरीदी  2011 से जेल की सलाखों के पीछे है, यहां तक की उन्हें अपनी बात रखने का अधिकार भी नहीं मिल पा रहा है, सूत्रों की मानें तो डॉ अफरीदी ने 2012 के बाद से अपने वकील से मुलाकात नहीं की है. डॉ अफरीदी ने नकली हेपॅटिटिस हेपेटाइटिस वैक्सीनेशन प्रोग्राम सहारे बिन लादेन के परिवार का लोकेशन पता करने के लिए उनके डीएनए सैंपल लेने की कोशिश की थी. लेकिन हम आपको बताते हैं की आखिर क्या अपराध था डॉ अफरीदी का जो उन्हें ये सजा भुगतना पड़ रही है.

डॉ अफरीदी के वकील नदीम आफरीदी के मुताबिक "उन्हें पाकिस्तानी सरकार ने खैबर के आदिवासी क्षेत्र में आतंकियों की मदद करने के जुर्म में जेल में डाला गया है. डॉ अफरीदी पर पाकिस्तान की पुरानी आदिवासी प्रणाली के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. जिसमे मामले की सुनवाई बंद कोर्ट में होती है और सुनवाई में आरोपी को अपील करने के मौके भी कम दिए जाते हैं. " उन्होंने बताया की अगर पाकिस्तान डॉ अफरीदी पर देशद्रोह का मुकदमा चलता तो उनके पास सुप्रीम कोर्ट में जाने का रास्ता था. लेकिन ऐसे में  बिन लादेन ऑपरेशन से जुड़ी सारी जानकारी और तथ्य सामने आ जाते और पाक ये नहीं चाहता. 

पिछले साल आए अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प के एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि, वे चाहें तो डॉ अफरीदी को आसानी से बाहर निकल सकते हैं, क्योंकि वे पाकिस्तान को आर्थिक सहायता देते हैं. लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर मिलती है कि,  इसके एवज में पाकिस्तान, अपने मुल्क कि एक महिला की रिहाई मांगता है, जिसे अमरीका आतंकवादी मानता है, ऐसे में समझौता होना मुश्किल है. अब देखना यह है कि, अमेरिका के ऑपरेशन लादेन में उसका साथ देने वाले डॉ अफरीदी को, क्या अमेरिका कोई मदद देगा, या डॉ अफरीदी की बाकी ज़िन्दगी उसी अंधेरी कोठरी में गुजर जाएगी.  

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