1960 में रिलीज़ हुई बॉलीवुड की मशहूर फ़िल्म मुग़ल-ए-आज़म छह दशक बाद भी चर्चा का विषय बनी हुई है। 1.5 करोड़ रुपये के बजट में बनी इस फ़िल्म ने बॉक्स ऑफ़िस पर 10 करोड़ रुपये से ज़्यादा की कमाई की, जो उस समय एक रिकॉर्ड तोड़ उपलब्धि थी। इतनी बड़ी सफलता के बावजूद, फ़िल्म का सफ़र चुनौतियों से भरा रहा। फिल्म के निर्माण में कलाकारों का चयन महत्वपूर्ण था। शुरुआत में डीके सप्रू, चंद्र मोहन और नरगिस को मुख्य भूमिकाओं में लिया गया था। हालांकि, 1947 में भारत के विभाजन और 1949 में चंद्र मोहन की असामयिक मृत्यु सहित विभिन्न कारणों से कलाकारों में महत्वपूर्ण बदलाव हुए। अंततः पृथ्वीराज कपूर, दिलीप कुमार और मधुबाला फिल्म के मुख्य कलाकार बने। निर्देशक के. आसिफ हमेशा से चाहते थे कि सलीम की भूमिका दिलीप कुमार निभाएं, लेकिन नरगिस, जिन्हें पहले अनारकली के रूप में कास्ट किया गया था, ने व्यक्तिगत मतभेदों के कारण उनके साथ काम करने से इनकार कर दिया। बाद में उनकी जगह मधुबाला को कास्ट किया गया। अकबर की भूमिका निभाने वाले पृथ्वीराज कपूर भी इस भूमिका के लिए पहली पसंद नहीं थे। चंद्र मोहन की मृत्यु के कारण उन्हें फिल्म में कास्ट किया गया। फिल्म का निर्माण 1944 में शुरू हुआ, लेकिन इसे पूरा होने में कई साल लग गए। 1947 में भारत के विभाजन के कारण वित्तीय तंगी आ गई और फिल्म के निर्माता शिराज अली हकीम पाकिस्तान चले गए। निर्देशक के. आसिफ को अकेले ही वित्तीय प्रबंधन करना पड़ा। इन चुनौतियों के बावजूद, फिल्म आखिरकार 1960 में रिलीज़ हुई और बड़ी सफलता हासिल की। मुगल-ए-आज़म की सफलता का श्रेय इसके शानदार अभिनय, यादगार संवादों और भव्य सेटों को दिया जा सकता है। नौशाद द्वारा रचित इस फ़िल्म का संगीत आज भी काफ़ी लोकप्रिय है। फ़िल्म की सफलता ने इसके मुख्य अभिनेताओं पृथ्वीराज कपूर, दिलीप कुमार और मधुबाला के करियर में भी महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया। अंत में, मुगल-ए-आज़म की शुरुआत से लेकर रिलीज़ तक की यात्रा इसके कलाकारों और क्रू की दृढ़ता और समर्पण का प्रमाण है। कई चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, यह फ़िल्म भारतीय सिनेमा में एक क्लासिक बन गई, और इसकी विरासत आज भी फ़िल्म निर्माताओं और दर्शकों को प्रेरित करती है। श्वेता तिवारी ने पूर्व पतियों पर किया कटाक्ष , कहा- जिसने मुझे खोया आज वो... टीवीएस मोटर्स जुपिटर 125 स्कूटर का सीएनजी वेरिएंट करेगी लॉन्च भारती सिंह और हर्ष लिंबाचिया के नए ऑफिस में जाते ही क्यों भड़की कॉमेडियन