विदिशा/ब्यूरो। योजना को क्रियान्वयन करने की बजाय अधिकारी-कर्मचारी ही योजनाओं पर पलीता लगाकर सरकार को बदनाम कर रहे हैं। ऐसे ही कई मामले हैं जिसके हकदार और पीड़ितों को सालों से सरकार की ओर से दी जाने वाली सहायता राशि नहीं मिली है। सहायता राशि देने संबंधित विभाग के अधिकारियों की सह पर बाबू बिना रिश्वत राशि जारी करने महीनों से चक्कर लगवा रहे हैं। ताजा मामला सहायता राशि के लिए 2 दर्जन से अधिक पीड़ित महीनों से भटक रहे है। पीड़ित ने बाबू पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। जानकारी के अनुसार विदिशा जिले के सिरोंज के ग्राम हयातगंज झाबे निवासी गणेश राम ने एसडीएम के नाम तहसीलदार को आवेदन दिया है। आवेदन में लिखा है कि उसके पुत्र सूरज की 21 दिसम्बर 2020 को सर्पदंश के कारण मौत हो गई थी। सहायता राशि के लिए विधिवत दस्तावेज भी जमा किए, परंतु आज तक मृतक पुत्र की सहायता राशि प्राप्त नहीं हुई हैं। पीडित ने बताया कि तहसील कार्यालय में पदस्थ बावू सूर्यनारायण द्वारा दो साल से गुमराह किया जा रहा है। कई बार इस संबंध में दस्तावेज भी जमा किए लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। जब भी बाबू के पास जाता हूं तो अगले माह आने को कहकर टाल देता है। अब बाबू सहायता राशि दिलवाने के नाम पर मुझसे रिश्वत मांग रहा है। उसका साफ कहना है कि जब तक मुझे पैसा नहीं दोगे सहायता राशि स्वीकृत नहीं होगी। पीड़ित ने शासन से सहायता राशि दिलाने की मांग की है। मुख्यमंत्री शिवराज विमानतल से हेलिकॉप्टर द्वारा दतिया के लिए रवाना इस टनल का 97 प्रतिशत कार्य हुआ पूर्ण, लोगों को जल्द मिलेगा इसका लाभ अखिल भारतीय कांग्रेस ब्रिगेड कमेटी ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस